दिल्ली के एक परिवार ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा शुल्क देने में असमर्थ छात्रों के लिए 1.8 लाख रुपये इकट्ठा किए हैं। असल में आठ वर्षीय बच्चे के मन में विचार आने के बाद परिवार ने ये मुहिम शुरू की।
बच्चे के पिता ने बताया कि मेरी पत्नी शिक्षक है। जब कुछ छात्रों ने परीक्षा शुल्क जमा करने में असमर्थता जताई तो वह बहुत दुखी थी। हमारे बेटे ने कहा कि हमे छात्रों की मदद करनी चाहिए।

सीबीएसई ने पिछेल साल बढ़ाया था परीक्षा शुल्क
बता दें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बीते साल परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी की थी। इस कारण परीक्षा शुल्क के तहत प्रति विषय 300 रुपये व प्रति विषय प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए 150 रुपये का शुल्क चुकाना होता है। इसलिए अब 10वीं व 12वीं के छात्रों को 2000 से 2500 रुपये तक का भुगतान करना होगा।
बीते साल दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों में बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी छात्रों के परीक्षा शुल्क का भुगतान करने की घोषणा की थी। सरकार ने 3.14 लाख छात्रों की फीस का भुगतान किया था। कोरोना संकट के कारण इस बार इतनी बड़ी राशि बोर्ड को देना सरकार को मंहगा पड़ेगा।
इस संबंध में दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने सितंबर में आदेश जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि सरकारी, सहायता प्राप्त पत्राचार विद्यालय, एनडीएमसी व दिल्ली छावनी बोर्ड के स्कूल 2018-19 की स्थिति के अनुसार ही भुगतान करें। आदेश में स्पष्ट न लिखते हुए पिछली स्थिति ही अपनाने का निर्देश दिया गया है। यानी, छात्रों से ही शुल्क वसूलकर आगे दिया जाए।