एक तरफ जहां 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में एनडीए को टक्कर देने की तैयारी में जुटे हैं तो वहीं इस गठबंधन में शामिल आप को लेकर पंजाब कांग्रेस के नेता विरोध में हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि पंजाब में आप के साथ गठबंधन नहीं चाहते हैं, क्योंकि हम राज्य में आप के सबसे बड़े विरोधी दल हैं।
पार्टी की मजबूत स्थिति है। हम 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर वापसी करना चाहते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप बाजवा का कहना है कि सोमवार को इस मामले को पार्टी हाईकमान के नेताओं से मीटिंग करेंगे। साथ ही अपनी स्थिति उनके समक्ष पेश करेंगे। उम्मीद है कि पार्टी हाईकमान उनकी बात को सुनेगा।
प्रताप बाजवा का कहना है कि आम आदमी पार्टी का पूरे देश में एक सांसद है, जबकि उनके आठ सांसद पंजाब से है। वहीं, पार्टी की राज्य में मजबूत पकड़ है। ऐसे में वह उनके साथ नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल के गठबंधन में केरल मॉडल का पालन किया जा सकता है। वहां पर कांग्रेस और वामपंथ एक दूसरे के खिलाफ लड़ते हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर दोनों भाजपा विरोधी मोर्चे का हिस्सा है। उनका कहना कि वह अपनी पार्टी के अनुशासित सिपाही है। ऐसे में मामले को पार्टी के समक्ष उठाएंगे। पहले यही बात कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग भी कह चुके हैं।
सीएम ने कांग्रेस की विपक्ष में रहने की अरदास की
सीएम भगवंत मान से जब मीडिया ने सवाल किया है कि ‘इंडिया’ नाम से बनने वाले गठबंधन में आप के शामिल होने पर पंजाब कांग्रेस के नेता विरोध जता रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पंजाब में पार्टी मुख्य विपक्षी दल है। ऐसे में पंजाब में आप से समझौते की बात नहीं है। इस पर सीएम भगवंत मान ने तंज कसा और कहा कि कांग्रेस नेता सही कह रहे हैं कि वह विरोधी दल के नेता थे। विरोधी दल के नेता हैं और विरोधी दल के नेता रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह भगवान से अरदास करते हैं कि कांग्रेस पूरी उम्र विपक्ष में रहे।