शंभू बॉर्डर पर किसान की मौत: उल्टी-दस्त होने पर बिगड़ी तबीयत

शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन-2.0 में एक और किसान की मौत हो गई है। मृतक किसान की पहचान 65 साल के कौर सिंह निवासी ब्लॉक घोड़े नाव जिला संगरूर के तौर पर हुई है। किसान को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी। इससे उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई। 

किसान जत्थेबंदियों ने पंजाब सरकार से मृतक किसान के परिवार को सरकारी नौकरी देने व उचित आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है। 

जानकारी के मुताबिक किसान पिछले करीब 10 दिनों से शंभू बार्डर पर चल रहे आंदोलन में हिस्सा ले रहे थे। फिलहाल किसान के शव को राजपुरा के सरकारी सिविल अस्पताल में रखा गया। पोस्टमार्टम के बाद मृत देह को शंभू बार्डर पर भी ले जाया जाएगा, ताकि वहां मौजूद किसान भी कौर सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि भेंट कर सकें। 

किसान आंदोलन 2.0 में अब तक 12 के करीब किसानों की मौत हो चुकी है। हाल ही में 65 साल के जरनैल सिंह निवासी मोगा की मौत हुई थी। जरनैल सिंह 10 अगस्त को शंभू बॉर्डर पर चले मोर्चे में भाग लेने के लिए आए थे। सांस लेने में तकलीफ के कारण अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई थी। 

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस मौके पर बॉर्डरों पर आंदोलन के 200 दिन पूरे होने पर की जाने वाली महापंचायतों में किसानों को बड़ी गिनती में पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से ही एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कर्जे माफी व अन्य मांगों को पूरा कराके ही किसान जत्थेबंदियां दम लेंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here