15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस से पहले किसान और हिसार जिला प्रशासन अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। प्रशासन हर साल की तरह महाबीर स्टेडियम में कार्यक्रम की तैयारियां कर रहा है वहीं किसानों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इसी की तैयारियों को लेकर शनिवार को अनाज मंडी के किसान रेस्ट हाउस में किसान नेताओं ने मीटिंग की। इस बीच स्वतंत्रता दिवस को लेकर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की दो कंपनियां तैनात कर दी गई हैं।
इस मीटिंग में किसान नेता कुलदीप खरड़, संदीप धीरनवास, सतबीर पुनिया, रीमन नैन ने हिसार जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में किसी भी नेता को ध्वजारोहण के लिए बुलाया गया तो उसका विरोध किया जाएगा। किसानों ने यह भी कहा कि अगर कार्यक्रम में किसी अधिकारी से ध्वजारोहण करवाया जाता है तो वह भी प्रोग्राम में शामिल होंगे और झंडा फहराने वाले अधिकारी का स्वागत भी करेंगे। इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगे के साथ ट्रैक्टर यात्रा निकाली जाएगी। किसान नेताओं ने बताया कि ट्रैक्टर यात्रा हिसार जिले के चारों टोल प्लाजा से शुरू होगी और हिसार लघु सचिवालय पर पहुंचकर समाप्त होगी।
राष्ट्रीय ध्वज की मर्यादा का मान रखते हुए नहीं करेंगे भाजपा की ‘तिरंगा यात्रा’ का विरोध
उधर दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा के किसानों से अपील की कि वह 1 अगस्त से प्रदेश में प्रस्तावित भाजपा की ‘तिरंगा यात्रा’ का विरोध न करें। शनिवार शाम को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसानों के नाम की गई अपील में कहा गया कि हरियाणा में भाजपा ‘तिरंगा यात्रा’ की आड़ में किसानों को भड़काने और इस बहाने किसान आंदोलन को बदनाम करना चाहती है। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति ने हरियाणा के किसान संगठनों और किसान नेताओं से सलाह-मशविरा करके फैसला लिया है कि राष्ट्रीय ध्वज की मर्यादा का मान रखते हुए किसानों की ओर से प्रदेश में भाजपा की इस ‘तिरंगा यात्रा’ का विरोध नहीं किया जाएगा।
मोर्चा ने किसानों से भी अपील की कि वह भाजपाइयों के उकसावे में न आएं और शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन जारी रखें। संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति ने यह भी कहा कि उसकी ओर से भाजपा की तिरंगा यात्रा का तो विरोध नहीं किया जाएगा मगर प्रदेशभर में भाजपा, जेजेपी और इनके नेताओं का बहिष्कार जारी रहेगा।