बरसाती सीजन से पहले शहर में नालों की सफाई को लेकर राजनीति गरमा गई है। निगम अधिकारियों ने फरवरी माह की हुई निगम बैठक में पूरे वर्ष नालों की सफाई के लिए निविदा लगाने का आश्वासन दिया था, मगर अभी तक यह निविदा नहीं लग पाई। अब जल्दी निविदा लगाकर नालों की सफाई की जाए, इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस पार्षद आमने-सामने हो गए हैं। मंगलवार को भाजपा से मनोनीत पार्षद व रेसीडेंट सोशल कल्चरल वेलफेयर सोसाइटी सेक्टर-7 के प्रधान संदीप सचदेवा एडवोकेट ने आयुक्त कार्यालय और निगम डिप्टी मेयर राजेश मेहता ने कांग्रेस पार्षदों के साथ नगर निगम आयुक्त डॉ. संगीता तेतरवाल को ज्ञापन सौंपा।
भाजपा मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा एडवोकेट ने कहा कि पिछली बार बाढ़ आने के समय से नगर निगम आयुक्त को वह अवगत करवा रहे हैं कि शहर में नालों की सफाई को लेकर हालात खराब हैं, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने निगम को चेताया कि अगर सात दिन में नालों की सफाई को लेकर ठोस प्रक्रिया जमीन पर न उतरी तो वह विजय नगर के पास नाले के अंदर बैठकर निगम के खिलाफ धरना देंगे। अगर उसके बाद भी नहीं जागे तो आगे की लड़ाई लडेंगे।
चिंता का कारण बने नाले
शहर में नालों की सफाई न होने सबसे चिंता का कारण बना हुआ है। पिछले साल अंबाला ने इन्हीं लापरवाही की वजह से बाढ़ की मार झेली। जिसके चलते इस बार अंबाला नगर निगम के डिप्टी मेयर राजेश मेहता सख्त नजर आ रहे हैं। डिप्टी मेयर राजेश मेहता ने कांग्रेस पार्षदों मिथुन वर्मा, पार्षद प्रतिनिधि इशू गोयल, पार्षद राकेश सिंगला, पार्षद जसबीर सिंह के साथ सांझा प्रेसवार्ता करते हुए अधिकारियों को चेताया और कहा कि जल्द नालों की सफाई करवाई जाए।
डिप्टी मेयर राजेश मेहता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले साल अंबाला ने विकराल बाढ़ का सामना किया था। इस बार परिस्थिति ऐसी न हो इसके लिए अधिकारियों को पहले से चेताया जा रहा है, क्योंकि अंबाला में नालों की सफाई नहीं हो सकी है। जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं। इस मुद्दे को लेकर नगर निगम आयुक्त डॉ. संगीता तेतरवाल को डिप्टी मेयर राजेश मेहता व कांग्रेस पार्षदों ने ज्ञापन सौंपा और मांग उठाई कि जल्द सफाई अभियान शुरू कराया जाएं। डिप्टी मेयर ने कहा कि पिछली बार शहर के विधायक नारियल फोड़ते रह गए थे, लेकिन इस बार भी कोई नारियल फोड़ना है तो समय पर फोड़ लें अन्यथा कहीं पिछली बार वाला हाल न हो जाए।