सिख समाज का वोट बनवा व चुनाव कराकर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रबंधन सिख समाज को सौंपने जैसे मुद्दों को लेकर बुधवार को सिख समाज की महापंचायत जगाधरी अनाज मंडी में हुई। जिसमें सिख समाज ने वोट बनाने का समय बढ़ाए जाने और 22 नवंबर को नाडा साहिब में होने वाली बैठक से पूर्व चुनाव की घोषणा करने बारे को लेकर हुंकार भरी।
वहीं आयोजित महापंचायत में बलदेव सिंह कायमपुरी, जगदीप सिंह औलख, मनदीप सिंह रोड छप्पर व सर्वजीत सिंह बत्रा सहित तमाम लोग पहुंचे। पंचायत करीब तीन घंटे चली। इस दौरान कई फैसले लिए गए और बाद में मंडी से लघु सचिवालय तक रोष मार्च निकालते हुए एसडीएम जगाधरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
चुनाव की घोषणा नहीं हुई तो चंडीगढ़ करेंगे कूच : औलख
पंचायत में पहुंचे जगदीप सिंह औलख ने कहा गुरु घरों का प्रबंधन करने वाले सेवकों को चुनने का अधिकार हरियाणा की सिख संगत को होना चाहिए, किसी सरकार को नहीं। सरकार द्वारा बनाई गई हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भंग होनी चाहिए तथा चुनाव के बाद नई हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का गठन होना चाहिए। इसके अलावा 31 अक्तूबर तक वोट बनाने का समय बढ़ाया जाए। उन्होंने चेताते हुए कहा कि 22 नवंबर को नाडा साहिब हरियाणा की सिख संगत इक्ट्ठी होगी। जिसमें बड़ा फैसला लिया जाएगा। ऐसे में यदि सरकार चुनाव की घोषणा नहीं करती तो चंडीगढ़ सीएम हाउस की तरफ कूच करेगी।
हरियाणा के गुरुद्वारों को सरकार से कराएंगे मुक्त : बत्रा
वहीं सिख नेता सर्वजीत सिंह बत्रा ने कहा कि सिख समाज हरियाणा के सभी गुरुद्वारों को सरकार के प्रभाव से मुक्त करना चाहता है। वह चाहते हैं कि गुरुद्वारों की सेवा का कार्य सिख संगत को ही सौंपा जाए। इसके अलावा चुनाव की वोट बनाने का कार्य लोस व विस की तरह बीएलओ की ड्यूटियां लगाकर सिख संगत की वोट बनवाई जाए।

दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा : मनदीप रोड छप्पर
वहींसिख नेता मनदीप रोड छप्पर ने कहा कि सरकार द्वारा जो हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाई है, वह सिखों की मर्यादा के तहत काम नहीं कर रही। ऐसे में उन्हें 24 घंटे का अल्टीमेट दिया जाए की वे अपने इस्तीफे दें, चुनाव के बाद सरकार के बनाए मेंबरों को पता चला जाएगा संगत किसे मेंबर बनाना चाहती ऐसे में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। ऐसे में सिख हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रबंधन सिख समाज की वोटों से चुने हुए सदस्यों को दिया जाना चाहिए।
ज्ञापन में यह रखी ये पांच मुख्य मांगें
- जल्द से जल्द सिख संगत की वोट बनवाकर तथा चुनाव कराकर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रबंधन सिख संगत को सौंपा जाए।
- गुरुघरों का प्रबंधन करने वाले सेवकों को चुनने का अधिकार हरियाणा की सिख संगत को होना चाहिए, किसी सरकार को नहीं। सरकार द्वारा बनाई कमेटी भंग होनी चाहिए।
- समस्त सिख संगत हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव 1 सितंबर 2023 से हो रहे हैं। ये वोट केवल श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी, दसवीं पातशाही और दस गुरुओं को मानने वाले सिखों के लिए हैं।
- हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूरी तरह से सिखों की धार्मिक संस्था है, सरकार और अन्य राजनीतिक दलों को इसमें हस्तक्षेप बंद करना चाहिए।
- हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के लिए मौजूदा सिख समुदाय के मतदान की तारीख को आगे बढ़ाया जाए। चूंकि अभी तक कई गांवों में वोटर फॉर्म नहीं पहुंचे हैं, इसलिए सिख समुदाय के वोट बनाने की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर की जाए।