जींद में अपहरण कर बंधक बना मारपीट करने और एससी एसटी एक्ट के मामले को रफा-दफा करवाने व सजा होने का भय दिखा 50 हजार रुपये राशि लेते शहर थाना नरवाना पुलिस ने नरवाना अदालत परिसर के बाहर तीन लोगों को काबू किया है। पुलिस ने पकड़े गए तीनों लोगों के खिलाफ ब्लैकमेल कर राशि ऐंठने का मामला दर्ज कियाा है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
चौपड़ा पत्ती निवासी धर्मेंद्र ने एसडीएम को दी शिकायत में बताया कि तीन मई को उसके खिलाफ शहर थाना नरवाना में अपहरण कर बंधक बना मारपीट करने तथा एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। मुकद्दमा रफा-दफा करवाने तथा समझौते की एवज में चौपड़ा पत्ती निवासी प्रवीण व अन्य एक लाख रुपये डिमांड कर रहे हैं। यह राशि आरोपियों ने फोन पर कॉल कर मांगी। दो बार में 25-25 हजार रुपये आरोपियों को दिए जा चुके हैं। अब फिर 50 हजार रुपये की और डिमांड कर रहे हैं। राशि न देने पर केस में सजा करवाने की धमकी दे रहे हैं। जिसके आधार पर छापामार टीम का गठन किया गया।
नरवाना के तहसीलदार विजय कुमार को डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। संपर्क साधने पर प्रवीण व उसके साथियों ने अदालत परिसर के बाहर धर्मेंद्र को बुला लिया। छापामार टीम गाड़ी में बैठ कर धर्मेंद्र पर नजर बनाए रही। प्रवीण व उसके साथियों ने जैसे ही 50 हजार रुपये की राशि दी तो छापामार टीम ने उन्हें काबू कर लिया। धर्मेंद्र की तलाशी लिए जाने पर उसके कब्जे से वसूली गई 50 हजार रुपये की राशि बरामद हो गई। शहर थाना नरवाना पुलिस ने धर्मेंद्र की शिकायत पर चौपडा पत्ती निवासी प्रवीण, राजेंद्र, विक्की के खिलाफ ब्लैकमेल कर 50 हजार रुपये ऐंठने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। नरवाना शहर थाना प्रभारी रामनिवास ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।