हरियाणा के पानीपत के सनौली में यमुना में सोमवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां दशहरा के बाद स्नान करने आए हनुमान सभा के दो सदस्यों की डूबने से मौत हो गई। जबकि तीन युवकों को गोताखोरों ने सकुशल बाहर निकाल लिया। दोनों के करीब साढे़ पांच घंटे बाद देर शाम को शव बरामद किए गए। पुलिस से परिजनों की मांग पर दोनों शव पोस्टमार्टम करवाए बिना सौंप दिए। हादसा सोमवार दोपहर का है।
मिली जानकारी के अनुसार पानीपत शहर से हनुमान सभा के 20 से ज्यादा युवक कई वाहनों में सवार होकर सोमवार दोपहर को यमुना में स्नान करने आए थे। सभी युवक यमुना में स्नान कर रहे थे। तभी वार्ड 11 पुरानी सब्जी मंडी का अर्जुन (12) डूबने लगा।
जाटल रोड निवासी साहिल (21) ने उसको बचाने का प्रयास किया। साहिल भी यमुना के गहरे पानी में डूबने लगा। उसको देखकर सुरेश, बलवान व महेश बचाने के लिए गहरे पानी की तरफ चले गए और वे इस तरह सभी पानी में डूबने लगे।
उनके साथियों ने शोर मचाया तो यमुना घाट पर मौजूद यूपी के गोताखोर साजिद, दिलशाद, बिल्लू व नौशाद ने तीन युवकों सुरेश, बलवान व महेश को तो सकुशल बाहर निकाल लिया। साहिल व अर्जुन गहरे पानी में डूब गए।
दोनों के डूबने की सूचना मिलने पर यूपी व हरियाणा पुलिस मौके पर पहुंची और पानीपत सिंचाई विभाग के गोताखोर राजकुमार की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। उसके बाद यूपी व पानीपत के गोताखोरों की टीम ने यमुना में सर्च अभियान चलाया। करीब साढे़ पांच घंटे बाद शाम को करीब छह बजे यमुना से साहिल व अर्जुन के शव बरामद किए। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने दोनों शवों को उन्हें सौंप दिया।
प्राइवेट गोताखोर साजिद ने बताया कि हनुमान सभा के सभी युवक जब यमुना में स्नान कर रहे थे तो अचानक 12 साल का अर्जुन गहरे पानी में पैर फिसलने से कुंड में डूबने लगा। इससे कुछ दूरी पर स्नान कर रहे 21 साल के साहिल ने उसे डूबते देखा तो शोर मचाकर उसे बचाने के लिए गहरे पानी में चला गया।
साहिल ने अर्जुन को पकड़कर बाहर निकालने का प्रयास किया और वह भी देखते ही देखते डूब गया। अर्जुन को बचाते समय साहिल की जान चली गई। वे नजदीक नहीं होते तो उनके बाकी तीन साथी भी डूब जाते।
यमुना के कुंड पर होते हैं हादसे
हरियाणा बार्डर की ओर हरियाणा के गांव रामडा-आर के सनौली घाट के पास सामने स्थित दूसरे ओर यूपी रामड़ा पार-हैदरपुर के सामने सनौली घाट की ओर से यमुना पुल के बीच यमुना नदी में कुंड हैं। इसी कुंड के आसपास कई बार हादसे हुए हैं। जिनमें डूबने से लोगों की मौत तक हो चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से यहां कोई व्यवस्था नहीं है। इस स्पॉट के आसपास में चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगाए हैं। यमुना सुधार समिति के प्रदेशाध्यक्ष रत्तन सिंह रावल ने दोनों राज्यों की सरकार व प्रशासन से स्नान घाट बनवाने की मांग की है।
सनौली थाना पुलिस प्रभारी संदीप कुमार का कहना है कि यमुना नदी में स्नान करते हुए डूबे पांच युवकों में से तीन को तुरंत गोताखोरों ने सकुशल निकाल लिया। दो के शव पांच घंटे बाद बरामद हुए हैं। परिजनों के आग्रह पर शवों को पोस्टमार्टम कराए बिना उन्हें सौंप दिया गया है।