यूक्रेन संकट:मुंबई एयरपोर्ट पर काम करेगी हरियाणा सरकार की हेल्प डेस्क छात्रों को मिलेगी मदद

यूक्रेन से भारत लौट रहे छात्र-छात्राओं की मदद के लिए हरियाणा सरकार मुंबई एयरपोर्ट पर भी हेल्प डेस्क स्थापित करेगी। यह हेल्प डेस्क बुधवार से काम करना शुरू कर देगी। हेल्प डेस्क के लिए तीन पुलिस कर्मचारियों और हैफेड के एक अधिकारी को मुंबई भेज दिया गया है।

हरियाणा के जो छात्र मुंबई पहुंचेंगे, उन्हें हेल्प डेस्क दिल्ली पहुंचाने की व्यवस्था करेगा। बता दें कि यूक्रेन संकट को देखते हुए हरियाणा सरकार ने छात्रों की मदद के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर पहले ही हेल्प डेस्क स्थापित कर लिया है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन में फंसे हरियाणा के सभी छात्रों को सकुशल वापस लाया जाएगा।

इस बीच, यूक्रेन में फंसे हरियाणा के निवासियों व छात्रों की सहायता के लिए सरकार ने राज्य स्तर पर संजय जून को नोडल अफसर बनाया है। जिला स्तर पर उपायुक्त नोडल अफसर होंगे। सरकार ने मंडल आयुक्त कार्यालय फरीदाबाद में राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित कर लिया है। यह नियंत्रण कक्ष लगातार 24 घंटे कार्य करेगा। इस कंट्रोल रूम को सुचारु रूप से चलाने के लिए कर्मचारियों की अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी भी लगाई गई है।यूक्रेन में हरियाणा के सभी नागरिकों के परिवारों से सरकार ने संपर्क साध लिया है। अब सरकार ने कम से कम तहसीलदार स्तर के अधिकारी की ड्यूटी इन परिवारों से बातचीत के लिए लगाई है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे घर जाकर परिजनों को आश्वस्त करें कि यूक्रेन में फंसे सभी नागरिकों को सकुशल वापस लाया जाएगा। इसके अलावा सरकार ने बल्लभगढ़ की एक बेटी मानसी मंगला को मदद पहुंचाई है।

मानसी मंगला पोलैंड में इंडियन एंबेसी पहुंच गईं हैं। अब भारतीय दूतावास के अधिकारियों द्वारा मानसी को सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने मानसी मंगला से बात कर भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें भारत लाने की व्यवस्था की जाएगी। बल्लभगढ़ के एसडीएम त्रिलोकचंद से बातचीत में परिजनों ने सरकार के प्रयासों पर संतुष्टि जताई और कहा कि सरकार की मदद से जल्द उनकी बेटी वापस लौट पाएगी।

तिरंगे लगी गाड़ी को नहीं रोक रहे यूक्रेन और रूस के सैनिक
हरियाणा सरकार ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते यूक्रेन में पढ़ रहे भारत के विद्यार्थी सकुशल घर लौट रहे हैं। पानीपत शहर की लतीफ गार्डन कॉलोनी की निवासी यूक्रेन में टर्नओपिल में एमबीबीएस की छात्रा पुनीता खरब मंगलवार को अपने घर पहुंचीं। पुनीता ने बताया कि यूक्रेन के हालात भयावह हैं लेकिन एक बात राहत देने वाली है कि वहां भारत के तिरंगे झंडे को देखकर उन्हें न तो यूक्रेन के सैनिकों ने रोका न रूस के।

पुनीता ने घर वापसी के लिए राज्य व केन्द्र सरकारों का शुक्रिया अदा किया। पुनीता ने बताया कि यूक्रेन में बॉर्डर पर बच्चों को बहुत दिक्कत आ रही है लेकिन यूक्रेन बॉर्डर पार करने पर भारतीय समाज के लोगों व भारतीय एंबेसी द्वारा छात्रों की मदद की जा रही है। इस समस्या के बारे में भी मंगलवार को एयरपोर्ट पर हम सब छात्रों ने मिलकर भारत सरकार को अवगत करवाया है। पुनीता ने बताया कि मुझे घर पर सुरक्षित पहुंचने की खुशी जरूर है लेकिन उस से ज्यादा दुखी मैं उन बच्चों को लेकर हूं जो अभी यूक्रेन या बॉर्डर पर फंसे हैं।भारतीय छात्रा मनीषा ने सांसद दीपेंद्र को किया फोन
यूक्रेन में फंसी भारतीय छात्रा मनीषा ने मंगलवार को सांसद दीपेंद्र हुड्डा से फोन पर बात करके वहां से निकालने की गुहार लगाई। छात्रा ने बताया कि बड़ी भयानक स्थिति है। पोलैंड बॉर्डर में भारतीयों को घुसने नहीं दिया जा रहा है। घबराई छात्रा ने बताया कि उनके ग्रुप में कुल 8 छात्र-छात्राएं हैं जिसमें से 6 हरियाणा के हैं। वे सभी उझोरोड से हंगरी बॉर्डर की तरफ जा रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वो खुद विदेश मंत्री और यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भारत के जिन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है, उनसे बात करके पूरी मदद कराने का हर प्रयास करेंगे। हुड्डा ने यूक्रेन में भारतीय छात्र नवीन की हुई मौत की खबर पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी छात्रों को सकुशल भारत लाने का रणनीतिक रोड मैप बनाना होगा।

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