हरियाणा के रोहतक में हत्या के केस में आरोपियों की आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर रोहतक-जींद मार्ग को सड़क के बीच शव रखकर जाम कर दिया। इससे दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग गई। किसी तरह पुलिस ने वाहनों को वाया महम व गोहाना के रास्ते निकाला। हालांकि काफी संख्या में वाहन मार्ग पर फंसे भी रहे। एएसपी कृष्ण कुमार लोहचब व तहसीलदार गुलाब सिंह ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन साढ़े तीन बजे तक जाम नहीं खुल सका था।
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक घरौंठी गांव निवासी अंकित ने दी शिकायत में बताया कि गुरुवार दोपहर उसका बड़ा भाई अक्षय (23) अपने चचेरे भाई शमशेर के साथ बाइक पर सवार होकर रोहतक हेवी ड्राइविंग लाइसेंस की फाइल तैयार कराने जा रहा था।
गांव के अड्डे से मात्र 500 मीटर दूर सामने से गांव के पूव सरपंच समुंद्र सिंह का भाई सतीश ट्रैक्टर लेकर आ रहा था। आरोप है कि सतीश ने जानबूझ कर पुरानी रंजिश के चलते बाइक को सीधी टक्कर मार दी। ट्रैक्टर ऊपर से उतरने से अक्षय की मौके पर मौत हो गई, जबकि शमशेर के दोनों पैरों में चोटें आई।
आरोपी मौके से ट्रैक्टर सहित फरार हो गया। उसका चाचा ओमप्रकाश व नरेश मौके पर पहुंचे और घायल शमेशर को पीजीआई में दाखिल कराया। साथ ही अक्षय को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी सतीश व पूर्व सरपंच समुंद्र सिंह के खिलाफ हत्या व हत्या की साजिश बनाने का मामला दर्ज कर लिया।
गिरफ्तारी न होने तक नहीं खोलेंगे जाम, एक दिन पहले भी की थी कार्रवाई की मांग
मृतक के परिजनों का आरोप है कि गांव में पंचायत चुनाव के दौरान पूर्व सरपंच समुंद्र सिंह के परिवार से एक महिला प्रत्याशी थी, जो चुनाव हार गई थी। चुनाव के बाद से पूर्व सरपंच धमकी दे रहा है। मृतक के चाचा संजय को भी जान से मारने की धमकी मिली थी। उस समय गांव के काफी लोग मौजूद थे, लेकिन भाईचारा खराब न हो। इसलिए कानूनी कार्रवाई नहीं करवाई थी। अब समुंद्र के भाई सतीश ने ट्रैक्टर से टक्कर मार कर अक्षय की हत्या की है। इसके बावजूद पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।
पुलिस की टीमें लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही हैं। ग्रामीणों को जाम खोल देना चाहिए। सीआईए की टीमों को भी कार्रवाई में लगाया गया है। -कृष्ण लोहचब, एएसपी रोहतक