जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि विपक्ष केवल भाजपा के ही नहीं अन्य अधिनायकवादी सरकार के खिलाफ भी खड़ा है, जो विपक्ष मुक्त भारत सुनिश्चित करने के लिए राज्य संस्थानों को हथियार बना रही है।
महबूबा ने अपने ट्विटर हैंडल पर किये गए ट्वीट में लिखा, नीतीश कुमार और विपक्षी दल खुद को जिस स्थिति में पाते हैं, वह सिर्फ इसलिए नहीं है कि वे भाजपा का सामना कर रहे हैं। इसके बजाय वे एक अधिनायकवादी सरकार की ताकत का सामना कर रहे हैं, जो हर एजेंसी को हथियार बना रही है चाहे वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) हो या कोई अन्य एजेंसी।
महबूबा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में नुकसान केवल राजनीतिक दलों तक ही सीमित नहीं है। यह बहुत बुरा है, क्योंकि राज्य को असांविधानिक रूप से कुचलकर अधिकारहीन कर दिया गया है।
बता दें, इससे पहले भी महबूबा केंद्र सरकार पर निशाना साध चुकी है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में जम्मू-कश्मीर में 30 हजार नौकरियां देने के केंद्र के दावों को खोखला करार दिया था। कहा था कि झूठे दावे सच्चाई से आगे नहीं हैं। प्रदेश में हर भर्ती प्रक्रिया घोटालों से त्रस्त है। चाहे वह एसआई भर्ती हो या एफएए की। इन भर्ती घोटालों में दोषियों को नामजद करने और सजा देने की जगह सूची को खत्म कर सामूहिक सजा दी जा रही है। कुछ दोषियों का खमियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है।