दिसंबर, 1971 में पाकिस्तानी सेना पर भारतीय सशस्त्र बलों की निर्णायक और ऐतिहासिक जीत की स्मृति में दिल्ली से रवाना हुई स्वर्णिम विजय मशाल रविवार को श्रीनगर पहुंची। जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री रेजिमेंटल सेंटर में सैनिकों और युद्ध के नायकों द्वारा विजय मशाल ग्रहण की गई। इस दौरान गजब का उत्साह देखने को मिला। एक रिटायर्ड सैनिक ने कहा कि मैं युद्ध के दौरान एक प्लाटून कमांडर था। आज यहां आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।