पुलिस ने जम्मू के तवी पुल पर हवाला के 6.90 लाख रुपये के साथ वीरवार को कश्मीर के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़ा गया व्यक्ति यह पैसा लेकर कठुआ के रहने वाले पूर्व मंत्री बाबू सिंह के पास जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने जम्मू में तीन अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
बाबू सिंह की गिरफ्तारी के लिए कठुआ स्थित उनके आवास पर पुलिस ने दबिश दी परंतु वह फरार हो गए। जम्मू के वेयर हाउस चौकी की पुलिस ने वीरवार को तवी पुल पर नाके के दौरान एक कार चालक को रोका। तलाशी लेने पर इसके पास से सात लाख रुपये बरामद हुए।
सख्ती से पूछताछ पर आरोपी ने खुलासा किया कि यह पैसा कश्मीर से लेकर आया है, जो कठुआ के रहने वाले पूर्व मंत्री एवं विधायक बाबू सिंह को देना है। इसके तुरंत बाद पुलिस ने बाबू सिंह को गिरफ्तार करने के लिए छापा मारा, लेकिन वह फरार बताए जा रहे हैं।
आईजी जम्मू मुकेश सिंह ने बताया कि पुलिस के पास पुख्ता सूचना थी कि जम्मू में हवाला के पैसे का लेनदेन होना है। इसके बाद कई जगहों पर नाकेबंदी कर दी गई। पुलिस ने तवी पुल पर नाके के दौरान कोकरनाग (अनंतनाग) के शरीफ शाह (64) को पकड़ा।
इसके पास से 6.90 लाख रुपये मिले। पूछताछ में उसने बताया कि कठुआ के रहने वाले जतिंदर सिंह उर्फ बाबू सिंह ने उसे यह पैसा लाने को कहा था। बाबू सिंह नेचर मैनकाइंड फ्रेंडली ग्लोबल पार्टी के चेयरमैन हैं। शरीफ ने यह पैसा श्रीनगर निवासी उमर से लिया और इसके बाद जम्मू आ गया।
आईजी ने बताया कि शरीफ ने पूछताछ में बताया कि उसके देश-विदेश में कई सहयोगी हैं। इनमें पीओके के रहने वाले जावेद और खातिब भी शामिल हैं। इनका एक साथी फारूक खा टोरंटों में है। इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद शरीफ सरताज, गुरदेव सिंह (जम्मू) और सिद्धांत शर्मा (कठुआ)को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस मामले की जांच चल रही है। बाबू सिंह अभी फरार है। मोहम्मद शरीफ ने एक व्हाट््सएप ग्रुप भी बना रखा है, जिसका वह एडमिन है। इसमें पाकिस्तान और सऊदी अरब के लोग भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और वेयर हाउस पुलिस चौकी की टीम ने पूर्व मंत्री बाबू सिंह के घर पर वीरवार दोपहर को छापा मारा। लेकिन वह अपने घर से फरार हो चुका था। इसके बाद पुलिस ने कठुआ के रहने वाले एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।