श्रीनगर। वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने कई कदम उठाए हैं। श्रीनगर के नेहरू पार्क में स्थित वाटर स्पोर्ट्स सेंटर को अर्गोमीटर की सुविधा दी गई है। इसकी बदौलत खिलाड़ियों का विंटर प्रैक्टिस सेशन जारी रहा और माइनस तापमान में भी वे बेहतर प्रशिक्षण हासिल कर सके। अर्गोमीटर एक ऐसा उपकरण है, जिससे खिलाड़ी बिना पानी के कैनोइंग और कयाकिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं।
वाटर स्पोर्ट्स सेंटर की अध्यक्ष एवं पूर्व अंतरराष्ट्रीय वाटर स्पोर्ट्स खिलाड़ी बिलकिस मीर ने विशेष बातचीत में बताया कि इस समय हमारे पास बेहतरीन उपकरण हैं, जिनसे हम अपने खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण दे सकते हैं। चाहे जिम में मशीनों की बात करें या बोट्स की सब विश्व स्तरीय हैं। वाटर स्पोर्ट्स सेंटर में इस बार अर्गोमीटर दिए गए हैं, जिससे खिलाड़ियों को काफी मदद मिली। उन्हें सर्दियों में माइनस तापमान के बीच झील के ठंडे पानी में प्रैक्टिस नहीं करनी पड़ी।
मीर ने बताया कि इससे पहले उन्होंने ऐसा सेटअप यूरोपीय देशों में ही देखा। जब वह हंगरी में थीं, वहां उन्होंने खिलाड़ियों को ऐसे सेटअप पर प्रैक्टिस करते देखा था। अब श्रीनगर का वाटर स्पोर्ट्स सेंटर देश के उन सेंटरों में से एक है, जहां ऐसी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा स्थापित की गई हैं। इससे पहले हमारे खिलाड़ी विंटर सेशन में प्रशिक्षण नहीं ले पाते थे।
सेंटर में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तरके लिए तैयार हो रहे 40 खिलाड़ी
श्रीनगर के नेहरू पार्क में स्थित वाटर स्पोर्ट्स सेंटर में इस समय 40 खिलाड़ी हैं, जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं के लिए तैयार हो रहे हैं। बिलकिस के अनुसार अब जो हमारे पास सुविधाएं हैं, जो ओलंपिक और एशियाई खेलों के खिलाड़ियों के पास होती है। आज हमारे पास डायटीशियन और फिजियो जैसी सुविधा भी है। वर्ष 2021 जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों ने ड्रैगन बोट रेस में 11 और स्प्रिंट रेस में तीन मेडल जीते हैं। अब आने वाली स्पर्धाओं के लिए खिलाड़ी आधुनिक उपकरणों से खुद को तैयार कर रहे हैं। अब हमारा लक्ष्य एशियाई खेलों में मेडल जीतना है।