सांबा के आईटीबीपी के हेड कांस्टेबल जोगिंद्र कुमार का रविवार को उनके पैतृक गांव अवताल काटला में अंतिम संस्कार किया गया। उनके नौ वर्षिय बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। गुरुवार को छत्तीसगढ़ में चुनाव ड्यूटी के दौरान आईईडी विस्फोट में गंभीर घायल हो गए थे। बाद में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया ।
जोगिंदर कुमार सांबा की सीमावर्ती पंचायत सदोह के निवासी थे। जब उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो हर ओर चीख पुकार मच गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बेटे के पार्थिव शरीर को देख मां बिलख गई। रविवार को पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। डीसी सांबा, एसएसपी सांब, आईटीबी के उच्च अधिकारी समेत सैकड़ों के संख्या में लोग जवान जोगिंद्र की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
बलिदान हेड कांस्टेबल की पत्नी रेखा देवी ने बताया कि उसकी घटना से कुछ देर पहले पति के साथ वीडियो कॉल पर बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि मैं जल्द ही छुट्टी लेकर घर आउंगा। इतना कहते ही ड्यूटी पर जाने की बात कहकर फोन काट दिया और बोले कि ड्यूटी से लौटते ही शाम को फोन करुंगा, पर क्या पता था कि मैं उनको आखिरी बार देख रही हूं और बात कर रही हूं। इतना कहते ही रेखा की आंखें भीग गईं। खुद को संभालते हुए रेखा ने बताया कि अभी 23 अक्तूबर को वे छुट्टी काटकर गए थे।