कोरोना काल में पढ़ाई को सुचारू रखने के लिए झारखंड के दुमका जिले के बनकाठी लाउडस्पीकर मॉडल की काफी सराहना हुई थी। अब इसी जिले के जरमुंडी प्रखंड में एक और अनुकरणीय पहल की गई। उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरथर के शिक्षक और अभिभावकों ने मिलकर एक उपाय तलाशा। घरों की दीवारों पर ब्लैकबोर्ड बनाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इस दौरान संक्रमण से बचने के लिए सारी सावाधानियां बरती जाती हैं। विशेष कक्षा में 210 बच्चे आ रहे हैं।
दरअसल, इस प्राथमिक सह मध्य विद्यालय में पढऩेवाले अधिकतर छात्र-छात्राएं गरीब आदिवासी परिवार से हैैं। 70 फीसद से अधिक बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं हैैं। इस कारण लॉकडाउन के दौरान सरकार के डीजी साथ कार्यक्रम के तहत दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा से वंचित रह जाते थे। पढ़ाई बाधित हो गई थी। इस समस्या के निदान की पहल प्रधानाध्यापक सपन कुमार ने की। उन्होंने अभिभावकों से सहयोग मांगा और अगस्त में पढ़ाई की इस नई तरकीब को धरातल पर उतारा। इसका नाम रखा गया- शिक्षा आपके द्वार समुदाय के साथ।