कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को पीसीसी में प्रेस कांफ्रेंस में शिवराज सरकार और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने पिछले 18 साल में बड़े बड़े घोटाले किए हैं। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां पर स्कैम और घोटाले नहीं हुए। करोड़ों बच्चों का भविष्य बर्बाद करने वाला व्यापम घोटाला, पटवारी घोटाला, 43 लाख बच्चों की स्कूल ड्रेस का घोटाला समेत 250 घोटाले हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने प्रदेश की ग्रोथ रेट मतलब विकास दर के साथ ही घोटाला कर डाला है। उन्होंने कहा कि विकास दर में लगभग दो से ढाई लाख करोड़ का घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि राजस्व बढ़ नहीं रहा है। फिर दो साल के कोविड को नजरअंदाज कर विकास की दर बढ़ाई क्यों जा रही है? उन्होंने कहा कि इसके पीछे की वजह ज्यादा विकास दर दिखा कर ज्यादा ऋण लेने है।
श्रीनेत ने आकड़े बताते हुए कहा कि प्रदेश में औसत छह वर्षों के बाद राज्य सकल घरेलू उत्पाद दोगुना हो जाता है। उन्होंने कहा कि 2017-2018 वित्तीय वर्श के छह वर्ष बाद प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद मतलब जीएसडी लगभग 14.52 लाख करोड़ रुपए होना था, लेकिन भाजपा और केंद्र सरकार ने इससे उससे ज्यादा 50 हजार करोड़ ज्यादा लगभग 15 लाख करोड़ पार करा दिया। दलील दी गई कि ऐसा 15वें वित्त आयोग के अनुमान के आधार पर किया गया, लेकिन हकीकत यह है कि अनुमान लगाया था तब कोविड के दो साल का कहीं अतापता नहीं था। इस दौरान मध्य प्रदेश की विकास दर 3.37 प्रतिशत तक गिर गई थी। उन्होंने कहा कि एक तरफ ग्रोथ बताई जा रही है जबकि दूसरी तरफ विकास दर की ग्रोथ से राजस्व प्राप्तियों की ग्रोथ आधी है। उन्होंने कहा कि यहीं वजह है कि प्रदेश सरकार लगातार कर्ज ले रही है और भ्रष्टाचार कर रही है।