इंदौर के मेघदूत उपवन मार्ग पर लगने वाली चौपाटी के दुकानदारों के साथ रविवार को निगम अफसरों का विवाद हुआ। रविवार सुबह फिर से चौपाटी लगने लगी। जैसे ही नगर निगम को इसकी सूचना मिली तो रिमूवल गैंग जेसीबी और 20 से ज्यादा कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंची। तब तक 20 से ज्यादा दुकानें लग चुकी थी। निगम के अफसरों को देख दुकानदार आक्रोशित हो गए और वे नारेबाजी करने लगे।
काफी देर तक हंगामा होता रहा। गैंग ने चौपाटी से दुकानें हटाना शुरू की तो दुकानदारों ने निगम की गाडि़यां रोक ली और उन्हें जाने नहीं दिया। इस बीच मौके पर नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे भी आ गए। उन्होंने कहा कि रिमूवल गैंग गुमटियों को जब्त नहीं कर सकती है।
दुकानदारों ने कहा कि पूरी चौपाटी हटाई गई है, लेकिन भाजपा से जुड़े एक दुकानदार की गुमटी अभी भी लगी है। इसके बाद अफसरों ने उस गुमटी को भी जेसीबी से तुड़वा दिया। समझाए जाने के बाद दुकानदारों ने चौपाटी नहीं लगाई, लेकिन यह चेतावनी भी दी कि यदि उन्हें जगह नहीं दी गई तो वे आंदोलन करेंगे और फिर चौपाटी पर गुमटी लगाएंगे।
आपको बता दे कि दो माह पहले नगर निगम ने चौपाटी हटा दी थी। तब यह कहा गया था कि मेट्रो स्टेशनों के निर्माण के कारण चौपाटी हटाई जा रही है। दुकानदार उसके बाद से ही लगातार प्रदर्शन कर रहे है। चार दिन पहले विधायक रमेश मेंदोला के घर के बाहर भी दुकानदारों ने धरना दिया था।
सप्ताह भर का समय दिया
नेता प्रतिपक्ष चौकसे ने कहा कि हमने परिषद सम्मेलन में भी चौपाटी का मुद्दा उठाया था। निगम अफसरों को सप्ताहभर का समय दिया है। यदि उन्होंने दुकानदारों को चौपाटी के लिए वैकल्पिक स्थान नहीं दिया तो फिर कांग्रेस दुकानदारों के साथ मिलकर विजय नगर चौराहे पर चक्काजाम करेगी।