दमोह जिला पंचायत में पदस्थ डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर हरचरण सेन को गुरुवार दोपहर सागर लोकायुक्त ने चार हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई जिला पंचायत कार्यालय में ही की गई। जिसके बाद कई परियोजनाओं के अधिकारियों में हड़कंप सा मच गया। क्योंकि कुछ समय पूर्व भी यहां इसी तरह एक कार्रवाई की गई थी। कर्मचारी को ट्रैप कराने वाले अभाना गांव निवासी ऑडिट ऑफिसर मनोज पटेल ने बताया कि उन्हें कलेक्टर के आदेश पर पंचायतों की ऑडिट करनी पड़ती है। इसके एवज में डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर हरचरण सेन के द्वारा उनसे प्रत्येक पंचायत से दो हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी, जो वह नहीं दे सकते थे।
पहले उन्होंने काफी प्रयास किया कि कर्मचारी उनकी बात को समझ जाए, लेकिन हरचरण पैसे के बिना काम करने तैयार नहीं था और एक पंचायत का नोटिस भी काट दिया था। दो पंचायतों से चार हजार रूपए की रिश्वत की मांग आरोपी के द्वारा की गई। इसकी शिकायत 17 सितंबर को सागर लोकायुक्त में की गई। इसके बाद वॉइस रिकार्डिंग दी गई और गुरुवार को चार हजार रुपये रिश्वत देना तय हुआ। जिला पंचायत कार्यालय में जेसे ही रिश्वत की राशि दी गई लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त की टीम संबंधित कर्मचारी से पूछताछ कर रही है। कार्रवाई में डीएसपी मंजू सिंह, प्रधान आरक्षक महेश हजारी, आरक्षक विक्रम सिंह,सुरेंद्र सिंह, आशुतोष व्यास की मौजूदगी रही।