बाजार में कृषि कार्य की नकली दवाएं तथा रासायनिक कीटनाशक प्रचलन में है, जिनके शिकार होकर किसान अपनी फसल से हाथ धो बैठते हैं। ऐसा ही एक मामला सागर जिले की खुरई तहसील से सामने आया है। जहां अपनी फसल का बीज उपचार करने एक किसान की 35 एकड़ में बोई चने की फसल नष्ट हो गई। अब परेशान किसान दफ्तर-दफ्तर भटकने को मजबूर हो रहा है।
सागर की खुरई तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम मड़िया हिंदूपथ में किसान की 35 एकड़ चने की फसल रासायनिक दवा द्वारा उपचार से खराब हो गई। किसान ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जनसुनवाई में शिकायत की, जिसके बाद किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ने जांच दल गठित कर मौके पर निरीक्षण करने का आदेश जारी किया गया। उसके बाद गठित जांच दल में कृषि वैज्ञानिक व कृषि विभाग खुरई के अधिकारियों के द्वारा शिकायतकर्ता लोकेंद्र सिंह ठाकुर निवासी मड़िया हिंदूपथ के खेत पर जाकर नष्ट हुई फसल का निरीक्षण किया।
फसल किस कारण खराब हुई, उसकी विस्तृत चर्चा हुई। जानकारी देते हुए कृषि विस्तार अधिकारी एसपी भारद्वाज ने बताया कि मढिया हिंदूपथ गांव के किसान ने शिकायत की थी कि यादव कृषि सेवा केंद्र के रामेश्वर यादव द्वारा बीज उपचार की दवा दी गई थी, जिससे 35 एकड़ की चना की फसल नष्ट हो गई। जांच दल ने मौके पर जाकर फ़सल देखी और सैंपल भी लिए, दुकान के भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।