लंबे समय बाद नगर निगम में हुई मेयर काऊंसिल की बैठक में अफसर मेंबरों के निशाने पर रहे। ज्यादातर मेंबरों ने कहा कि अफसर बेलगाम हो चुके है। वे महापौर परिषद के सदस्यों की चिट्ठियों के जवाब नहीं देते। जो काम उन्हें बताए जाते है, उसे लेकर भी टालमटोल की जाती है। शिकवे-शिकायतों के बीच प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। पिपलियापाला रिजनल पार्क को निजी हाथों मेें सौंपने का फैसला लिया गया।
दोपहर में बैठक शुरू होते ही एक एमआईसी मेंबर ने कहा कि उनके वार्ड में जनता से जुड़े एक काम की निविदाएं अफसरों ने निरस्त कर दी। उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं दी गई। अफसर बाले-बाले फैसले ले लेते है। एक अन्य एमआईसी मेंबर ने भी समिति की तरफ से भेजे गए पत्रों को तवज्जों नहीं देने की शिकायत की। बैठक में एक देश एक चुनाव के समर्थन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इसके अलावा 100 करोड़ से अधिक के विकास कार्यो को स्वीकृति दी गई। नगर निगम के नवीन भवन और नई वर्कशाॅप बिल्डिंग के लिए डीपीआर बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सम्पत्तिकर के लिए जीआईएस सर्वे के संबंध में निर्णय लिया गया। बिलावली तालाब के विकास एवं जीर्णोद्धार के लिए पीपीपी माॅडल पर पैडल बोटिंग, वाॅटर स्पोर्ट्स एवं अन्य गतिविधियों के कार्य की स्वीकृति दी गई।
कचरा संग्रहण के लिए नए वाहन क्रय करने की स्वीकृति दी गई। शहर में 25 स्थानों पर वाॅटर ए.टी.एम. स्थापित करने की स्वीकृति दी गई। शहर के विभिन्न उद्यानों में झूले, चकरी व खुले जिम लगाने की स्वीकृति दी गई।