मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया। डिंडोरी जिला कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट तिराहा पर नारेबाजी करते हुए उनका पुतला दहन किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का उपयोग किया। कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मंत्री पटेल को पद से हटाने की मांग की गई।
विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने आरोप लगाया कि मंत्री प्रहलाद पटेल ने सार्वजनिक रूप से प्रदेश की जनता को “भिखारी” निरूपित किया है। उन्होंने कहा कि मंत्री पटेल जहां भी जाते हैं, वहां जनता ज्ञापन देने के नाम पर सौगातों की भीख मांगती है। विधायक ने इस बयान को निंदनीय और घोर आपत्तिजनक बताया।
मंत्री पटेल के बयान को लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कांग्रेस ने मांग की है कि मंत्री को अपने शब्दों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकतंत्र में मंत्री बनने से पहले व्यक्ति को विधायक बनना पड़ता है, और विधायक बनने के लिए जनता के बीच जाकर उनसे वोट मांगना पड़ता है। यह भी अपने आप में एक प्रकार से जनता से समर्थन की “भीख” मांगने जैसा ही है। लेकिन जनता कभी भी किसी भी नेता को अपमानित नहीं करती।
कांग्रेस का आरोप है कि मंत्री प्रहलाद पटेल को अपने बयान पर कोई खेद नहीं है, बल्कि वे इसे सही ठहराने की हठधर्मिता दिखा रहे हैं। कांग्रेस ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि मंत्री को जनता से माफी मांगने के लिए निर्देशित किया जाए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक पड़वार, डिंडोरी ब्लॉक अध्यक्ष जावेद इकबाल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोषी रामजी साहू, पार्षद ज्योतिरादित्य भलावी, राधे लाल नागवंशी, टोक सिंह सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।