इंदौर में आयोजित मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नगरीय विकास को नई गति देने वाली कई योजनाओं का शुभारंभ और भूमिपूजन किया। इस अवसर पर 45,000 से अधिक लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गृह प्रवेश कराया गया, जबकि 19,000 से अधिक को आवास स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। नगरीय निकायों के विकास के लिए 1,322 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई। निवेशकों को भी मंच पर सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार समग्र विकास की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि इंदौर में इस वर्ष भी 51 लाख पौधे लगाने का अभियान प्रारंभ हुआ है। उन्होंने इंदौर के ऐतिहासिक व्यापारिक महत्व की चर्चा करते हुए बताया कि एक समय यह क्षेत्र कॉटन हब के रूप में जाना जाता था, जहां व्यापारी सेठ हुकुमचंद किसानों की मदद के लिए भोजन तक की व्यवस्था करते थे।
कार्यक्रम के दौरान इकोनॉमिक टाइम्स अर्बन ग्रोथ 2025 पुस्तिका का विमोचन किया गया और शहरी विकास की रफ्तार बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर हुए। इनमें प्रमुख हैं:
- नगरीय विकास एवं आवास विभाग और भास्कराचार्य अंतरिक्ष अनुप्रयोग एवं भू-सूचना केंद्र के बीच समझौता
- सिंहस्थ आयोजन के लिए आईआईएम इंदौर से परामर्श हेतु करार
- हुडको के साथ वित्तीय प्रबंधन में सहयोग हेतु समझौता
सम्मानित निवेशकों में प्रमुख नाम रहे:
- गगन गुप्ता – ₹2,000 करोड़ का निवेश
- करण छाबड़ा – ₹6,000 करोड़ से अधिक
- गौरव ठकराल – ₹583 करोड़ से अधिक
- अनूप कुलकर्णी – जीएम, सनफार्मा को लेटर ऑफ इंटेंट प्रदान किया गया
इस अवसर पर इंदौर के शहरी विकास की प्रगति पर भी प्रकाश डाला गया। बताया गया कि यह शहर अब तांगे से मेट्रो तक की यात्रा कर चुका है और स्वच्छता में लगातार सात बार देश में प्रथम स्थान पर रह चुका है। यहां नागरिक सहभागिता ने शहर को स्वच्छता का आदर्श बना दिया है।
उज्जैन में महाकाल लोक के निर्माण के बाद क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में 20 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, इंदौर में होटल उद्योग का तेजी से विस्तार हो रहा है और 3,000 नए होटल रूम तैयार हो रहे हैं।
इंदौर और भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने के लिए व्यापक अध्ययन किए जा रहे हैं। इसमें पेयजल, सीवरेज, सड़क निर्माण जैसे आधारभूत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि इंदौर के मध्य स्थित हुकुमचंद मिल की 17 हेक्टेयर भूमि पर एक भव्य ग्रीन प्रोजेक्ट विकसित करने की योजना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश को विकसित भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर किया जा रहा है, जिसके लिए सभी की भागीदारी अनिवार्य है।