मध्य प्रदेश में लाउडस्पीकर विवाद में एक और मामला जुड़ गया। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक मंदिर का बिजली कनेक्शन कटने के बाद हंगामा हो गया। ग्रामीण व हिंदू संगठनों ने बिजली ऑफिस का घेराव कर दिया। इनका आरोप है कि लाउडस्पीकर में बजने वाले भजनों से आईएएस की तैयारी में परेशानी होने पर सुपरवाइजर ने लाइन काट दी है। हालांकि सुपरवाइजर ने आरोपों से इनकार किया है।
जानकारी के अनुसार मामला खंडवा जिले के खालवा ब्लॉक के खारकलां गांव का है। यहां राजपुरा रोड स्थित श्री गुप्तेश्वर धाम मंदिर की शनिवार दोपहर बिजली काट दी गई। यहा का कनेक्शन पास ही बने स्कूल से लिया गया था। स्कूल संचालन का कहना था कि बिजली काटने पहुंचे सुपरवाइजर सचिन राय से जब बात की तो उन्होंने बताया कि मंदिर के पास घर है। लाउडस्पीकर पर भजन बजते हैं, उससे उन्हें पढ़ाई में डिस्टर्ब होता है। जानकारी के अनुसार सुपरवाइजर आईएएस की तैयारी कर रहे हैं।
मंदिर की लाइट कटने की बात ग्रामीणों को लगी तो हिंदू संगठनों को इसकी जानकारी दी। सभी ने बाद में बिजली ऑफिस का घेराव कर दिया। देर रात तक हंगामा होता रहा। सुपरवाइजर ने दूसरों की परेशानी का हवाला देकर लाउडस्पीकर दिनभर न बजाने की सलाह तक दे डाली। हंगामा बढ़ता देख सुपरवाइजर ने लाइन फिर से जुड़वा दी। सुपरवाइजर सचिन राय ने कहा कि उन्होंने मंदिर की बिजली नहीं काटी। उन्होंने एक निजी स्कूल का बिजली कनेक्शन बिल नहीं भरने पर काटा था। उन्हें नहीं पता कि स्कूल की बिजली से मंदिर का लाउडस्पीकर चलाया जा रहा है।
हिंदू संगठन के कार्यकर्ता विनोद जायसवाल ने बताया कि कल रात बिजली कंपनी के सुपरवाइजर राय ने मंदिर की बिजली काट दी। जिससे वहां अंधेरे में भजन-कीर्तन हुआ। जायसवाल ने कहा कि जब लोग सुपरवाइजर के पास गए और पूछा कि बिजली क्यों काट दी तो सुपरवाइजर ने कहा कि उन्हें मंदिर में भजन होने से नींद नहीं आती। मैं अपना काम नहीं कर पाता हूं। ग्रामीणों ने इस बात का विरोध जताया और कहा कि हर मंदिर में भजन-आरती होती है। सुपरवाइजर के इस काम से पूरा हिंदू समाज नाराज है। ऐसे अधिकारी को यहां से हटा देना चाहिए। अगर सुपरवाइजर सचिन राय पर कार्रवाई नहीं होती है तो हिंदू समाज आंदोलन करेगा।