कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होने के बावजूद मुंबई एयरपोर्ट पर यात्री लंबी कतारों में घंटों खड़े होकर अधिकारियों की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं जिन यात्रियों के पास नेगेटिव कोविड रिपोर्ट नहीं है, वो मुंबई एयरपोर्ट पर टेस्ट कर सकते हैं.
महाराष्ट्र सरकार की ओर से कुछ राज्यों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट जरूरी करने के लगभग दो हफ्ते बाद राज्य में फ्लाइट से आने की प्रक्रिया को अभी सुचारू किया जाना बाकी है. कोविड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होने के बावजूद मुंबई एयरपोर्ट पर यात्री लंबी कतारों में घंटों खड़े होकर अधिकारियों की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं जिन यात्रियों के पास नेगेटिव कोविड रिपोर्ट नहीं है, वो मुंबई एयरपोर्ट पर टेस्ट कर सकते हैं.
इंडिया टुडे की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशलन एयरपोर्ट पर इन दिनों कोविड टेस्ट कराने को लेकर काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है. इस दौरान यात्रियों ने शिकायत की, कि यहां कंफ्यूजन के साथ काफी लंबी लाइनें हैं. साथ ही सोशल डिस्टेसिंग की भी यहां धड़ल्ले से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. गिनती की संख्या में लोग और कुछ टेस्टिंग किट से अंदाजा लग सकता है कि मुंबई आने वाले यात्रियों को कितनी दिक्कतें हो रही हैं. अगर आप एयरपोर्ट पर खुद की जांच करवाते हैं तो आपको अपनी आईडी (आधार), अपनी फोटो और साथ ही उस शहर का पता बताना हो जहां आप रुकेंगे.
इसके बाद आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा. आपको एक टोकन नंबर मिलेग और फिर आपको अपनी बारी की इंतजार करना होगा, जिसमें घंटों लग सकते हैं. कभी-कभी ये इंतजार छह से सात घंटे तक का हो सकता है. वहीं जो लोग एयरपोर्ट पर अपना सैंपल जमा कराते हैं, उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की परमिशन मिलने के साथ टेस्ट रिजल्ट का इंतजार करने के लिए कहा जाता है. वहीं अगर कोई यात्री कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्वारंटाइन किया जाता है. लेकिन एयरपोर्ट पर गलत जानकारी देने वाले यात्रियों के खिलाफ कोरोना महामारी अधिनियम के तहत पुलिस कार्रवाई की जा सकती है.
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार के दिशानिर्देशों के मुताबिक दिल्ली, गोवा, गुजरात और राजस्थान से महाराष्ट्र के लिए उड़ान भरते समय यात्रियों को एक नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लानी है. साथ ही आरटी-पीसीआर टेस्ट लैंडिंग के समय से 72 घंटे के अंदर की हो.