सैनी आरक्षण आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा के एक घंटे बाद ही NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे-21 की सफाई शुरू कर दी। ट्रैक्टर और जेसीबी की मदद से हाईवे पर एक किलोमीटर तक पड़ा मलबा हटाने का काम शुरू हुआ।
सैनी आरक्षण आंदोलन के कारण नेशनल हाईवे 12 दिन से बंद था। वाहनों को भुसावर और नगर होते हुए डायवर्ट किया गया था। इससे जयपुर से आगरा या आगरा से जयपुर जाने वालों को 25 किलोमीटर का एक्ट्रा चक्कर लगाना पड़ रहा था। 21 अप्रैल से नदबई तहसील के अरोदा गांव में हाईवे पर आंदोलनकारी डटे थे।
इससे पहले दोपहर 12 बजे के करीब भरतपुर जिले के नदबई तहसील में आंदोलन स्थल अरोदा पहुंचकर फुले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी। घोषणा करने के तुरंत बाद मुरारी लाल सैनी आंदोलन स्थल से चले गए।
आंदोलन स्थगित करने के बाद मुरारी लाल सैनी अरोदा से दोपहर 12.10 बजे रवाना हो गए। भीड़ में से किसी आंदोलनकारी ने कहा कि- मुरारी जी तो पतली गली से निकल गए। हाईवे पर बैठी महिलाओं से हमने बात की।
आंदोलन समाप्ति की घोषणा होने के करीब एक घंटे बाद तक आंदोलनकारी दोपहर 1.15 बजे तक हंगामा करते रहे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें समझाया तो आंदोलनकारियों को लीड कर रहे कुछ लोग सामने आए और कहा कि हम वार्ता से संतुष्ट हैं।
गुस्सा इस बात को लेकर था कि हमारे नेताओं ने हमें विश्वास में नहीं लिया। अब जो चीजें सामने आई हैं उससे हम संतुष्ट हैं। 10 दिन के लिए नेशनल हाईवे खाली कर रहे हैं। 10 दिन में जिला कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी गई है। अगर इसे डिले किया गया तो हम व्यापक स्तर पर फिर आंदोलन करेंगे।