पाली में एक मैरिज हॉल के सीवरेज चैंबर (हौद) की सफाई के दौरान तीन युवकों की मौत हो गई। एक युवक को बचा लिया गया है। इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामला शहर के सुमेरपुर रोड स्थित केशव नगर के सेंचुरी गार्डन का है। हादसा रात 2 बजे हुआ था। शवों को सुबह 4 बजे बाहर निकाला गया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात करीब 10 बजे पांच सफाईकर्मी मैरिज गार्डन के सीवरेज चैंबर की सफाई करने पहुंचे थे। चैंबर शादी समारोह के वेस्ट (खाने) से भरा हुआ था। इनमें से 4 युवक हौद में उतरे हुए थे और एक युवक रस्सा लेकर बाहर खड़ा था।
पाली के केशव नगर स्थित सेंचुरी गार्डन का सीवरेज चैंबर से शनिवार सुबह करीब चार बजे एक सफाईकर्मी की बॉडी निकालते हुए टीम।
जैसे ही वे हौद की गहराई में पहुंचे, जहरीली गैस से उनका दम घुटने लगा। वे बेहोश होकर चैंबर में ही गिर गए। अंदर फंसे युवकों को बचाने के लिए बाहर खड़ा लड़का भी रस्से के सहारे अंदर उतरा, लेकिन गैस से उसका भी दम घुटने लगा और वह बाहर आ गया।
पाली के केशव नगर स्थित सेंचुरी गार्डन का सीवरेज चैंबर जो सड़क पर बना हुआ है। नियमों की अनदेखी को इस हादसे का कारण बताया जा रहा है।
हादसे में पाली के पुराना बस स्टैंड वाल्मीकि बस्ती निवासी विशाल (28) पुत्र चैनाराम वाल्मीकि, करण (22) पुत्र मुकेश वाल्मीकि और बापूनगर वाल्मीकि बस्ती निवासी भरत (20) पुत्र अनिल वाल्मीकि की मौत हो गई। इनकी बॉडी बांगड़ हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाई गई है।
वहीं, मंडिया रोड कालूजी बगेची निवासी 22 साल का रितिक वाल्मीकि घायल हो गया। हादसे की सूचना पर नगर परिषद टीम और कोतवाली, औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। नगर परिषद के मड पंप से सीवरेज चैंबर से कचरा बाहर निकला गया।
2 घंटे लग गए तीन बॉडी बाहर निकालने में
बचाव टीम ने शनिवार सुबह करीब 4 बजे तीनों के शव बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि सीवरेज चैंबर की सफाई करने उतरे सफाईकर्मियों के पास जहरीली गैस से बचने के लिए किसी तरह के सुरक्षा उपकरण नहीं थे। इसलिए जैसे ही चैंबर में उतरे, गैस से उनका दम घुटने लगा।
हॉस्पिटल पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। प्रशासन का कहना है कि हादसे की जांच कराई जा रही है।
सेंचुरी गार्डन का सीवरेज चैंबर भी सड़क पर बना हुआ था, जबकि विवाह स्थल बॉयलाज के अनुसार मैरिज हॉल के मालिक को अपने अधिकारी क्षेत्र की जमीन में ही शादी विवाह में होने वाले वेस्ट के निस्तारण के लिए हौद बनाना होता है।
इधर, परिवार का शव उठाने से इंकार
तीन सफाईकर्मियों की मौत के बाद परिजन और समाज के लोगों ने शव उठाने से मना कर दिया है। वे विभिन्न मांगों पर अड़े हुए हैं। शनिवार दोपहर साढ़े तीन बजे कोतवाली थाने में वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों से एसडीएम ललित गोयल, जिला परिषद की सीईओ दीप्ति शर्मा, सीओ सिटी अनिल सारण ने दो-तीन बार समझाइश की। लेकिन, शव उठाने को लेकर सहमति नहीं बनी।
यह है प्रमुख मांग
– तीनों मृतक के परिवार के एक-एक सदस्य को सफाईकर्मी की सरकारी नौकरी दी जाए।
– मैरिज गार्डन मालिक तीनों मृतकों के परिवार को 11-11 लाख रुपए का मुआवजा दे।
– गैस से तीनों सफाईकर्मियों की मौत हुई ऐसे में राज्य सरकार तीनों मृतकों के परिवार को 50-50 लाख मुआवजा दे।
– तीनों मृतक के परिवार को एक-एक सरकारी आवास प्रधानमंत्री जन आवास में दिया जाए।
– हादसे में घायल हुए दोनों युवकों को भी उचित मुआवजा दिया जाए।