घर में भट्टी पर मावा बनाते समय गैस सिलेंडर में आग लग गई। रसोई में पड़े एक और सिलेंडर ने आग पकड़ ली। घटना के समय 12 लोग घर में मौजूद थे, जो आग से घिर गए। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस जवानों ने खुद की जान की परवाह नहीं करते हुए सभी लोगों के सकुशल बाहर निकाला। लोगों को बचाने में कोतवाली एसएचओ व दो कांस्टेबल झुलस भी गए।
हादसा कोतवाली थाना क्षेत्र के भार्गव मोहल्ले में हुआ। यहां अखेचंद भार्गव के घर में भट्टी पर मावा बना रहे थे, तभी गैस सिलेंडर में आग लग गई, जिससे घर वाले घबरा गए। रसोई में एक और भरा हुआ गैस सिलेंडर था, जिसनें भी आग पकड़ ली। शोर मचाने पर पड़ोसी एकत्रित हो गए। सूचना मिलने पर कोतवाली एसएचओ नवनीत सिंह, कांस्टेबल शब्दल खां व शिवराज पहुंचे। कोतवाली एसएचओ व दोनों कांस्टेबल जान की परवाह न करते हुए आग बुझाने वाले यंत्र लेकर सीधे घर में घुसे। सबसे पहले घर में मौजूद सभी सदस्यों को बाहर निकाला।
दो सिलेंडरों में आग लगने से घर में धुआं व आग की लपटें उठ रही थीं। मोहल्ले के लोगों ने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। बाद में पुलिस जवानों ने अग्निशमन यंत्रों से आग बुझाने की मशक्कत की। करीब पौन घंटे की मशक़्क़त से आग को बुझाया जा सका।
हादसे के समय घर में चार बच्चों समेत 12 जने थे। घर में तीन पुरुष और तीन महिलाएं थीं। आठ साल से कम उम्र के चार बच्चे थे। आग लगने से वह सभी घबरा गए। रोने-चिल्लाने लगे। आग बुझाने और आग में फंसे सदस्यों को बचाने मे एसएचओ नवनीत सिंह, कांस्टेबल शब्दल व शिवराज आग से झुलस गए। कांस्टेबल शब्दल के दोनों हाथ झुलस गए।