पंजाब कांग्रेस में सियासी हलचल के बीच अब राजस्थान कांग्रेस कूद पड़ी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पंजाब में जारी सियासी विवाद को खत्म करने के लिए आगे आए हैं। गहलोत मुख्यमंत्री चन्नी को कलह शांत करने का मंत्र देंगे। इस सिलसिले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मंगलवार को जयपुर पहुंच रहे हैं। चन्नी के सम्मान में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भोज का कार्यक्रम रखा है। इस भोज में गहलोत कैबिनेट के सभी मंत्री और प्रमुख कांग्रेस नेताओं को बुलाया है।
पंजाब में सियासी संकट पर अब तक सीएम गहलोत केवल सोशल मीडिया पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को अनुभवी नेता बताते हुए पार्टी के खिलाफ कोई ऐसा कदम नहीं उठाने की अपील थी। गहलोत ने कहा था कि कैप्टन अमरिंदर पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और वह कोई भी फैसला ऐसा नहीं लेंगे जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। इसके अलावा गहलोत ने कोई बयान नहीं दिया था। अब चन्नी को बड़ा भोज देकर एक तरह से पंजाब कांग्रेस विवाद को सुलझाने के लिए गहलोत की भी एंट्री हो गई है।
चन्नी का जयपुर दौरा काफी अहम
गहलोत कैबिनेट में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी अब भी चंडीगढ़ में कैंप करके पंजाब कांग्रेस विवाद पर हाईकमान के साथ कोऑर्डिनेट कर रहे हैं। चन्नी के जयपुर दौरे को कांग्रेस की सियासत के हिसाब से काफी अहम माना जा रहा है।
सियासी कलह दूर करने के लिए गहलोत देंगे चन्नी को टिप्स
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव है। चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हुए हैं। ऐसे में अशोक गहलोत के साथ चन्नी मौजूदा राजनीतिक मसलों पर चर्चा करेंगे। पंजाब में नवजोत सिद्धू के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में कलह जारी है।
चन्नी को हाईकमान ने चुनाव से ठीक पहले सीएम बनाया है। ऐसे में सरकार को तेज गति से फैसले लेने के साथ पार्टी को भी साध कर चुनावी मोड में लाना चन्नी के सामने बड़ी चुनौती है। चरणजीत सिंह चन्नी के सामने कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत कई नाराज नेताओं को भी संभालकर रखने की चुनौती है। ऐसे में चन्नी का जयपुर दौरा कांग्रेस और चन्नी के लिए बेहद अहम है।