केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी शुक्रवार को एक दिन की यात्रा पर जयपुर आ रहे हैं। अपने दौरे के दौरान वे पर्यावरण और कृषि क्षेत्र से जुड़े दो अहम कार्यक्रमों में भाग लेंगे—इनमें वृक्षारोपण अभियान और कृषि-कौशल सशक्तिकरण योजना प्रमुख हैं।
उनकी यह यात्रा ‘चौधरी चरण सिंह पारिवारिक वानिकी मिशन’ के अंतर्गत हो रही है, जो भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 125वीं जयंती को समर्पित एक महत्वाकांक्षी हरित पहल है। इस अभियान का उद्देश्य 2027 तक देशभर में 125 ‘स्मृति वन’ की स्थापना और 1.25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है।
नेवटा बांध से होगी हरित मिशन की शुरुआत
जयपुर के नेवटा बांध क्षेत्र में जयंत चौधरी चौधरी चरण सिंह विचार मंच द्वारा आयोजित वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम के दौरान हजारों पौधे रोपे जाएंगे। इसके बाद मंत्री जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
इस दिन का समापन चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (सीसीएस एनआईएएम), जयपुर में होगा, जहां जयंत चौधरी वेयरहाउसिंग डेवलपमेंट एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (WDRA) के सहयोग से कृषि उत्पाद गुणवत्ता मूल्यांकन से जुड़े प्रतिभागियों को कौशल प्रमाण पत्र वितरित करेंगे।
राजस्थान में 10 लाख पौधों का संकल्प
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के नेतृत्व में राज्यभर के शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों ने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया है। शुरुआत जयपुर जिले की सांगानेर पंचायत समिति के नेवटा ग्राम पंचायत से होगी, जहां “चौधरी चरण सिंह स्मृति वन” की स्थापना हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
राज्यभर में 500 से अधिक स्थलों पर पौधारोपण
इस हरित अभियान के तहत शुक्रवार को राजस्थान के 500 से अधिक स्थानों पर लगभग एक लाख पौधे रोपे जाएंगे। अभियान का उद्देश्य प्रत्येक शिक्षक को हरित संरक्षक और हर स्कूल को एक पारिवारिक वन के रूप में विकसित करना है।
जलवायु न्याय से जुड़ा विचार
चौधरी चरण सिंह का जीवन किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के कल्याण को समर्पित था। अब उनके विचारों को जलवायु चेतना और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जा रहा है। यह मिशन केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं, बल्कि पारिवारिक और सामाजिक जुड़ाव को भी बढ़ावा देने वाला है।
2024 में 20 लाख पौधों का लक्ष्य
इस वर्ष राजस्थान में 20 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 7 लाख पौधे जन पौधशालाओं में तैयार किए जा रहे हैं। बीकानेर जिले में 5 लाख सहजन के पौधे शिक्षा विभाग के सहयोग से तैयार किए जाएंगे और विशेष रूप से बालिकाओं को ‘घर-घर सहजन अभियान’ के तहत वितरित किए जाएंगे। वर्ष 2026 में 50 लाख और 2027 तक बाकी पौधे लगाए जाएंगे।