हिसार में भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान की ओर से आयोजित अलंकरण सम्मान समारोह के दौरान आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने उन्हें मेडल देकर सम्मानित किया गया है। अनिल गुर्जर ने सेना में रहते हुए बहादुरी एवं साहस का परिचय दिया, जिस पर इनको सेना की ओर से मेडल देकर नवाजा गया है। यह पूरे उपखंड के लिए गर्व की बात है।
दिया था बहादुरी का परिचय
बता दें कि सैनिक अनिल गुर्जर पुलवामा हमले में मास्टरमाइंड को ढेर करने वाले शहीद श्योराम गुर्जर के साथ उनकी यूनिट में ही कार्यरत थे। उस दौरान शहीद श्योराम ने बहादुरी का परिचय देते हुए पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान गाजी को ढेर कर देश के लिए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। शहीद श्योराम गुर्जर की वीरता और साहस के परिचय को देखते हुए आर्मी दिवस पर उनको सेना की ओर से मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया था।