राजस्थान की दो प्रमुख पार्टिया कांग्रेस और भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आए दिन किसी न किसी बात को लेकर दोनों ही पार्टियों के नेताओं के नाराजगी भरे बयान सामने आते रहते हैं। अभी हाल की में कांग्रेस सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना ने अफसरशाही को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। वहीं अब राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर भाजपा में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं।
दरअसल, पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को भाजपा द्वारा राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा हो रही है। भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मधु शर्मा ने तिवाड़ी का नाम लिए बिना इस बात पर तंज कसा। सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा- ‘पार्टी को छोड़कर जाने वालों की क्या ज्यादा कद्र है पार्टी में क्योंकि इस तरह के हालात हैं उससे तो जो लोग पार्टी में सालों से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं उनकी कद्र न होकर पार्टी छोड़ने वालों की कद्र ज्यादा है यही स्पष्ट होता है’ मधु शर्मा ने इस ट्वीट को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और भाजपा राजस्थान को भी टैग किया। मधु शर्मा का इशारा घनश्याम तिवाड़ी पर ही माना जा रहा है, क्योंकि वह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे, बाद में फिर भाजपा में शामिल हुए थे।
इधर, मधु शर्मा ने तिवाड़ी के खिलाफ पोस्ट किए तो दूसरी तरफ प्रदेश उपाध्यक्ष जयश्री गर्ग ने उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की बधाई भी दे डाली। विवाद के बाद सतीश पूनिया ने कहा, राज्यसभा भेजने के लिए अभी पार्टी ने किसी भी नेता का एलान नहीं किया है। प्रत्याशी कौन होगा इसका फैसला पार्टी आलाकमान ही करेगा।
इसलिए तिवाड़ी ने छोड़ी थी भाजपा
संघ परिवार से जुड़े रहे घनश्याम तिवाड़ी भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं। वसुंधरा सरकार में वह मंत्री भी थे। तिवाड़ी भैरों सिंह शेखावत के जमाने से ही जनसंघ से जुड़े रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मनमुटाव के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके बाद भी उनका जुड़ाव संघ परिवार से बना रहा। उनका कहना था, मैंने पार्टी छोड़ी है संघ परिवार नहीं। यही कारण है कि उनकी पार्टी में वापसी हुई और अब भाजपा उन्हें राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार बना सकती है।