आबूरोड रेलवे स्टेशन के 145 साल के गौरवमय इतिहास को समारोहपूर्वक उत्सव के रूप में मनाया गया। आबूरोड रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में स्टेशन महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए और वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक बी.सी.एस. चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम में बीके श्री करुणा, मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रहे। इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा बैंड और देशभक्ति गीतों की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। आबूरोड स्टेशन भवन की समाकृति का केक भी इस अवसर पर काटा गया। समारोह में डीआरयूसीसी सदस्य, स्टेशन पर कार्यरत रेलवे स्टाफ, स्कूल छात्र-छात्राएं, बच्चे, कुली, रेल यात्री और आमजन मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया।
मीटर गेज स्टेशन से ब्रॉडगेज विद्युतीकरण तक का सफर
मंडल रेल प्रबंधक राजू भूतड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि आबूरोड स्टेशन 145 वर्षों का गौरवशाली इतिहास समेटे हुए है। साल 1880 में स्थापित आबूरोड रेलवे ने मीटर गेज के स्टीम इंजन से लेकर वर्तमान में विद्युतीकृत ब्रॉडगेज लाइन पर राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत जैसी उच्च स्तरीय ट्रेनों के संचालन तक का सफर तय किया है। यह उत्तर पश्चिम रेलवे, अजमेर मंडल का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है और प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू का प्रवेश द्वार भी है। वर्षभर देश-विदेश के पर्यटक रेल मार्ग से यहां पहुंचते हैं। इसके अलावा, निकट ही प्रसिद्ध अंबाजी मंदिर स्थित है, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। इस स्टेशन से देश के लगभग सभी क्षेत्रों में रेलवे यातायात की सुविधा उपलब्ध है। आबूरोड स्टेशन, अजमेर मंडल के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है। इसे आदर्श स्टेशन घोषित किया गया है और यह निरंतर विकास के नए पायदान तय कर रहा है।