यूक्रेन और रूस युद्ध: भारतीय नागरिकों और छात्रों को सकुशल वतन लाने का काम लगातार जारी

यूक्रेन और रूस  के बीच पिछले 8 दिनों से चल रही जंग के बीच भारतीय नागरिकों  और छात्रों को सकुशल वतन लाने का काम लगातार जारी है. यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों  को वापस लाने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. वहीं सरकार ने चार मंत्रियों को भी यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा है. इधर गहलोत सरकार  ने भी राजस्थान फाउंडेशन के जरिए अपने छात्रों और नागरिकों को घर पहुंचाने में मदद कर रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को इंडिगो एयरलाइन की मुंबई-जयपुर फ्लाइट से राजस्थान के 8 छात्र जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट  पहुंचे जिनका स्वागत राजस्थान सरकार की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत  और कांग्रेस विधायक रफीक खान ने किया. सभी छात्र कोटा, अजमेर, भरतपुर, उदयपुर के रहने वाले हैं.

एयरपोर्ट से छात्रों को सर्किट हाउस ले जाया गया जहां मंत्री ने छात्रों से यूक्रेन के ताजा हालातों के बारे में जानकारी ली. इसके बाद सर्किट हाउस से सभी छात्रों को उनके गृह जिले भेजा गया. बता दें कि गहलोत सरकार युवाओं के टिकट खर्चे से लेकर घर पहुंचाने तक का सारा खर्च वहन कर रही है. अब तक राजस्थान के 223 छात्र घर लौट चुके हैं.

यूक्रेन में हालात बहुत भयावह

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर पहुंचे छात्रों ने कहा कि यूक्रेन में अब हालात भयावह होते जा रहे हैं. हर समय फायरिंग और धमाकों की आवाजें आती रहती है. छात्रों ने कहा कि वहां हमारे खाने-पीने का संकट भी खड़ा हो गया था और एक-एक मुश्किल से काटना हो रहा था. भीलवाड़ा के एक छात्र गौरव शर्मा ने कहा कि उनके परिजन बहुत परेशान थे.

वहां की हालत गंभीर थी और हम लोग कैद होकर रह गए थे. छात्रों ने भोजन व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि वहां भरपेट भोजन भी नहीं मिल रहा था. सभी छात्रों ने घर लौटने पर सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया.

यूक्रेन में फंसे हैं 1008 राजस्थानी

विधानसभा में जवाब देते हुए मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि यूक्रेन में 1008 छात्र और नागरिक फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने का काम चल रहा है. मंत्री ने कहा कि छात्रों को सरकार की तरफ से हर संभव मदद दी जाएगी. गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने यूक्रेन में फंसे राजस्थानी छात्रों की मदद के लिए एक पोर्टल भी शुरू किया है.

अब यूक्रेन में फंसे राजस्थानी छात्रों के अभिभावक पोर्टल के जरिए सरकार तक अपनी समस्या पहुंचा सकते हैं. सरकार के इस पोर्टल के माध्यम से राज्य सरकार को छात्रों की जानकारी मिलेगी.

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