‘मर जाएंगे पर वापस नहीं जाएंगे’, विस्थापित हिंदुओं का दर्द छलका

भारत सरकार द्वारा शॉर्ट टर्म वीजा वाले पाकिस्तान नागरिकों को वापस अपने वतन लौट के आदेश के बाद, अब अल्पसंख्यक पाकिस्तानी नागरिकों हिंदू, सिख, ईसाई धर्म के लोग अपने दस्तवेजों और वीजा अवधि को बढ़ाने को लेकर रजिस्ट्रेशन कार्यालय पहुंच रहे हैं. जोधपुर के विदेशी रजिस्ट्रेशन कार्यालय एफआरओ में लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है. यहां पर अल्पसंख्यक हिंदुओं ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि वे किसी भी कीमत पर अब पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहते हैं. पाकिस्तान में उनके लिए ना, तो कोई सुरक्षा है ना, जीवन यापन करने के लिए कोई सुविधा, महंगाई और असुरक्षा उनके जीवन मूल्यों का हनन कर रही है.

उनका कहना है कि वह हिंदू है और हिंदू राष्ट्र भारत उनका देश है. वो वापस अपने देश से बाहर नहीं जाना चाहते. उन्होंने भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह उनकी गुहार सुने और उनके दस्तावेजों में आ रही समस्याओं को दूर करवाएं.

ऐसे ही पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए सूरजमल ने कहा कि हम भारतीय अपनी बहन बेटियों की इज्जत बचाने के लिए आए हैं. हम भारत में सम्मान पूर्वक रह रहे हैं. सरकार से अपील है कि जो भी बहन बेटियां पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर भारत आई हैं उनकी सुरक्षा करें.

पाकिस्तान जाने पर झलका दर्द

जम्मू कश्मीर के पहलगाम हमले का उदाहरण देते हुए सूरजमल ने कहा कि आप देख सकते हैं कि किस तरह से जम्मू कश्मीर में हमला हुआ. हिंदुस्तान में जाकर लोगों को धर्म पूछकर 28 बेगुनाह लोगों को मार दिया गया. यही मसला वहां पर भी है. इसी तकलीफ के चलते लोग भाग कर यहां पर आ रहे हैं. पहलगाम में जो हुआ वह आए दिन पाकिस्तान में होता रहता है. दिन निकलता है तो परेशान होते हैं. दिन ढलता है तो परेशान होते हैं.

सूरजमल भावुक होकर कहा कि अब मैं भारत आ गया तो मेरा मन करता है, अब जीना भी भारत में है, मरना भी भारत में है. मरने के लिए भी तैयार हैं, जीने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन भारत छोड़ने को तैयार नहीं हैं. मेरे साथ 4 से 5 हजार परिवार पाकिस्तान में पहलगाम जैसी घटनाओं के चलते भारत आ गए. वहां पर जमीदार के लोग आकर धर्म पूछते हैं और घटनाओं को अंजाम देते हैं

पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है

मैं 2014 में भारत आया था और यहां पर सुकून से रह रहा हूं. भारत में किसी तरह की महंगाई नहीं है. वहीं पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है. पाकिस्तान में आटा 135 रुपए किलो तो भारत में 40 रुपए किलो मिलता है. शक्कर के भाव पाकिस्तान में 180 रुपए किलो हैं, वहीं भारत में 40 रुपए, 1 किलो तेल की कीमत पाकिस्तान में 550 रुपए है तो यहां पर 100 रुपए में एक किलो तेल मिल जाता है. भारत में 800 की मजदूरी और पाकिस्तान में 800 की मजदूरी में अंतर है. यहां हम महीने का राशन ले आते हैं, पाकिस्तान में एक दिन का राशन भी नहीं आ पाता.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील है कि जो हिंदू पाकिस्तान में प्रताड़ित हैं. उनको वापस अपने देश आने के लिए रास्ते खोले और उनकी नागरिकता के लिए सहूलियत करें.

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