कानपुर आईआईटी में बनेगा 500 बेड का अस्पताल, मेडिकल रिसर्च टेक्नोलॉजी में होंगे शोध कार्य

आईआईटी कानपुर में बनने वाले 500 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (एसएमआरटी) को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

प्रदेश सरकार और आईआईटी के बीच इस परियोजना के लिए कुछ समय पहले सहमति बनी थी। परियोजना के वित्त पोषण की उपलब्ध कराई गई मौजूदा स्थिति और कानपुर शहर में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान की स्थापना की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इस प्रस्ताव पर विचार किया गया। कैबिनेट ने यह भी तय किया कि सरकार द्वारा किया जाने वाला वित्त पोषण 50 करोड़ रुपये (05 वर्षों तक देय) एकल होगा।

वित्तीय वर्ष 2024-25 से 10 करोड़ रुपये की धनराशि आगामी पांच वर्षों तक आईआईटी, कानपुर को देय होगी। 500 शैय्यायुक्त सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय के साथ स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी के संचालन व्यय का पूरा दायित्व आईआईटी कानपुर का होगा। इस अस्पताल के खुलने से डॉक्टर और इंजीनियर एक साथ शोध भी कर सकेंगे। इससे सस्ते मेडिकल उपकरण तैयार करने में भी मदद मिलेगी।

आयुष्मान का लाभ भी मिलेगा
आईआईटी कानपुर में खुलने वाले इस संस्थान के संचालन व रखरखाव के लिए गठित शासी निकाय में यूपी सरकार का एक सदस्य नामित होगा। यहां आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में आने वाले लाभार्थियों को उपचार देना अनिवार्य होगा।

मरीजों के उपचार के साथ ही मेडिकल की पढ़ाई भी
आईआईटी, कानपुर में स्थापित होने वाले एसएमआरटी में आंकोलॉजी, कार्डियोलॉजी, कार्डियोवस्कुलर और थोरेसिक सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी, सर्जिकल गैस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी सुपर स्पेशियलिटी पाठ्यक्रम भी संचालित किया जाना प्रस्तावित है।

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