आगरा में विश्वदाय स्मारक ताजमहल में मंगलवार को एक पश्चिम बंगाल टूर ऑपरेटर का नोटों से भरा बैग ताजमहल के अंदर छूट गया। पुरातत्व विभाग और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कर्मचारियों को ताजमहल बंदी के दौरान बैग मिला। जिसमें भारतीय और विदेशी मुद्रा के नोट भरे पड़े थे। तत्काल ही कर्मचारियों ने इसकी सूचना संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेई को दी। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरा की रिकॉर्डिंग देख पर्यटक को खोजा गया और सत्यापन के बाद नोटों से भरा बैग उसे सौंप दिया गया।
दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल का दीदार करने हर रोज हजारों सैलानी आगरा आते हैं। मंगलवार को पश्चिम बंगाल से घूमने आए पर्यटक दल के टूर ऑपरेटर अपना रुपयों से भरा बैग ताजमहल परिसर में भूल गए। शाम करीब 5.15 बजे ताजमहल से बाहर आने के बाद अचानक पर्यटक को बैग की याद आई। तत्काल ही वो वापस लौटा, हालांकि उसे इस बात की कतई उम्मीद नहीं थी कि उसका बैग उसे वापस मिलेगा।
उन्हें लगा कि इतनी भीड़ में कोई न कोई बैग उठाकर चला गया होगा। इधर जब एएसआई और बीआईएसएफ कर्मियों की नजर बैग लावारिस पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत बैग खोलकर देखा, तो उसमें भारतीय और विदेशी करेंसी के नोट भरे थे। जिनकी कीमत करीब 10 लाख रुपये थी। इसके अलावा बैग में कुछ प्रपत्र भी थे। संरक्षण सहायक ताजमहल प्रिंस वाजपेई ने बताया कि सीसीटी कैमरा फुटेज से पर्यटक की पहचान की गई। खोजबीन में ताज पश्चिमी गेट पर मिल गया। डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन और जांच के बाद बैग टूअर ऑपरेटर को सौंप दिया गया।