पीलीभीत जिले में बाढ़ के हालात इस हद तक बिगड़ गए कि प्रशासन को वायुसेना की मदद लेनी पड़ी। मंगलवार सुबह वायुसेना ने पूरनपुर के चंदिया हजारा क्षेत्र में पहुंचकर मोर्चा संभाला। 24 घंटे से बाढ़ में फंसे सात लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। प्रशासन का दावा है कि मंगलवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दो सौ लोगों का एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी और एसएसबी की टीमों ने रेस्क्यू किया। कहीं जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।

हेलीकॉप्टर से ली गई तस्वीर – फोटो : रेस्क्यू टीमलगातार हुई बारिश के बाद पहले शारदा नदी की बाढ़ का असर शुरू हो गया था। पूरनपुर और कलीनगर तहसील के तीस से अधिक गांव बाढ़ की चमेट में आ गए थे। सड़कें और घरों में पानी भर गया था। निचले इलाकों में पानी अधिक होने से लोग बुरी तरह फंस गए थे।

बाढ़ प्रभावित लोगों से बात करते अधिकारीपुलिस प्रशासन की टीम ने स्थिति पर नजर रखती रही। हालात बिगड़ने के बाद डीएम और एसपी की ओर से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पीएसी की टीम की मदद मांगी गई। करीब पांच टीमें जिले में पहुंची और बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू शुरू कर दिया था।

चंदिया हजारा क्षेत्र से किया गया रेस्क्यू
सोमवार को ट्रांस शारदा क्षेत्र में रेस्क्यू किया गया था, लेकिन कई ऐसे इलाके थे जहां इन टीमों का पहुंचना भी मुश्किल हो गया था, जिसके बाद प्रशासन ने वायुसेना से संपर्क कर मदद मांगी। मंगलवार सुबह की वायुसेना का हेलीकॉप्टर पूरनपुर के चंदिया हजारा क्षेत्र में पहुंच गया।

वायुसेना के जवानों ने रेस्क्यू शुरू कर खतरे वाले स्थान पर फंसे सात लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वायुसेना का रेस्क्यू देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही। वहीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी राहत और बचाव कार्य में जुटी रही।

बाढ़ की चपेट में जिले के 35 गांव
पहाड़ों पर लगातार हुई बारिश के बाद बनवसा बैराज और नानक सागर डैम से पानी पास करने से जिले में शारदा, देवहा और खकरा नदी उफना गई। ओवरफ्लो होकर पानी आबादी में घुस गया। इससे पूरनुपर कलीनगर, सदर समेत जिले भर में करीब 35 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए।

जिले के 10 अन्य गांवों में भी बाढ़ का असर देखा गया। मंगलवार को पानी का कम होने से जलभराव में कमी आ रही है। जिला प्रशासन भी जलस्तर स्थिर होने से हालात सामान्य होने का दावा कर रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सकते हैं।