विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने लखनऊ में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात की। माना जा रहा था कि इस दिन सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय के बाद घोषणा कर दी जाएगी पर ऐसा नहीं हो पाया। चर्चा है कि कुछ सीटों पर अभी असमंजस की स्थिति है।
जयंत सुबह दस बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री के साथ लखनऊ पहुंचे और अखिलेश के आवास पर उनसे मुलाकात की। बाद में आवास और जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में शाम तक दो बार दोनों की मीटिंग हुई और सीटों पर चर्चा हुई। दरअसल इस विधानसभा चुनाव में सपा और रालोद का गठबंधन हो चुका है लेकिन अभी सीटों पर बंटवारा तय नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि 36 सीटें रालोद को देने पर सहमति हो चुकी है लेकिन जयंत कुछ और सीटें मांग रहे हैं।
उधर, मेरठ की दो सीटों को लेकर भी असहमति है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर, शामली आदि की कई सीटों पर तगड़ा मंथन है। सभी पर अपने अपने दावे हैं और स्थिति अभी साफ नहीं हुई है। हालंकि सपा और रालोद दो बार साझा रैली भी कर चुके हैं। मेरठ की रैली में तो अखिलेश यादव भी पहुंचे थे पर कोरोना प्रोटोकॉल के कारण वह अलीगढ़ की रैली में भाग नहीं ले पाए थे। अब दस जनवरी को आगरा में साझा रैली है। माना जा रहा है कि इससे पहले ही जयंत की मंशा है सीटों पर बंटवारे की स्थिति साफ हो जाए।
कार्यकर्ताओं से नहीं मिले जयंत
लखनऊ आए जयंत कार्यकर्ताओं से नहीं मिले। हवाई अड्डे पर उनके आगमन की सूचना पर वहां कुछ कार्यकर्ता पहुंच गए और उनसे अवश्य केवल चलते चलते अभिवादन हुआ। लखनऊ में पार्टी के किसी पदाधिकारी को जयंत ने अपने आगमन की न तो पहले सूचना दी और न ही किसी से मुलाकात की। कार्यकर्ताओं में यह भी चर्चा रही कि रालोद में पुराने वरिष्ठ पदाधिकारी होने के बावजूद जयंत पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री के साथ अखिलेश से मिलने आए। सोमपाल शास्त्री ने चौधरी अजित सिंह को लोकसभा चुनाव में पहली बार हराया था और भाजपा सरकार में कृषि मंत्री बने थे। उन्होंने हाल ही में रालोद का दामन थामा है। हालांकि उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है और जयंत उसी का लाभ उठाना चाहते हैं।
दोनों ने किया ट्वीट
देर शाम अखिलेश और जयंत दोनों ने ही ट्विटर के जरिए इस मुलाकात की जानकारी दी। कहा कि प्रदेश के विकास के मुद्दों पर बात हुई। साथ ही दोनों एक ही फोटो भी साझा की।