अयोध्या दुष्कर्म मामले में आरोपी के सपा नेता होने पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर उठ रहे सवालों के बाद पोस्टर वार शुरू हो गया है। लखनऊ के 1090 चौराहे पर एक नया पोस्टर लगाया गया है जिसके जरिये अब भाजपा को घेरने का प्रयास किया गया है।
पोस्टर में गोरखपुर, हाथरस और उन्नाव में हुए दुष्कर्म के मामलों सहित भाजपा राज में हुए अपराधों की याद दिलाते हुए पूछा गया है कि बाबा का बुलडोजर कहां हैं? कहा गया है कि भाजपा खुद तो बलात्कारियों का संरक्षण करती है और पीड़िता पर राजनीति करती है। ये बंद होना चाहिए।
ये पोस्टर किसने लगाया है पता नहीं पर इसके जरिये उन मामलों को उठाया गया है जिसमें कथित तौर पर भाजपा से जुड़े हुए लोगों पर आरोप लगते रहे हैं। बता दें कि एक दिन पहले ही लखनऊ में भाजपा नेता के हवाले से पोस्टर लगाया गया था जिसमें सपा पर अयोध्या मामले के आरोपी को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया था।
पोस्टर में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बयान का जिक्र किया गया था और लिखा हुआ था कि लड़के हैं गलती हो जाती है…। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव डीएनए टेस्ट की बात कह कर क्या साबित करना चाहते हैं। मोईद है गलती हो जाती है। पोस्टर भाजपा की अवध क्षेत्र की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. श्वेता सिंह की ओर से लगाने का दावा किया जा रहा है। पोस्टर पर उनका नाम भी अंकित है। वैसा ही पोस्टर लगाकर अब भाजपा को घेरने का प्रयास किया जा रहा है। पोस्टर में निवेदक के रूप में उत्तर प्रदेश की बेटी लिखा गया है।
पोस्टर में कहा गया है कि वाराणसी में भाजपा के नेताओं ने छात्रा का बलात्कार किया और भाजपा ने उसे संरक्षण दिया। बाराबंकी में सचिवालय में नौकरी का झांसा देकर भाजपा नेता ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। कुशीनगर में भाजपा नेता ने किशोरी को घर मे बुलाकर दुष्कर्म करने का प्रयास किया। यूपी, झारखंड, कर्नाटक और उत्तराखंड में भाजपा नेताओं पर दुष्कर्म के मामले हैं। उन्नाव से लेकर गोरखपुर और हाथरस तक भाजपा बलात्कारियों का समर्थन करती रही है।
पोस्टर में सवाल पूछा गया है कि बाबा का बुलडोजर कहां हैं? बलात्कारियों को संरक्षण देना और पीड़िता पर राजनीति करना बंद करो। गोरखपुर, उन्नाव और वाराणसी में बुलडोजर कब चलेगा?