अधूरे पुल से नदी में गिरी कार को पुलिस ने 35 दिन बाद निकाल लिया है। कार को ट्रैक्टर के माध्यम से नदी से बाहर निकाला गया। 24 नवंबर को गूगल मैप के रास्ते से जाते समय कार अधूरे पुल से नदी में गिर गई थी। इससे तीन युवकों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में पीडब्ल्यूडी के चार अभियंता और गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। मुकदमे की विवेचना के दौरान कार की पुलिस को जरूरत पड़ी थी। इसी के चलते पुलिस ने कार को नदी से बाहर निकलवाया है।
दातागंज क्षेत्र में मुड़ा पुल एक साल पहले आई बाढ़ में बह गया था। इससे इस पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया था। दीवार भी पुल से पहले बनाई गई थी, लेकिन ग्रामीण ईंट उठाकर ले गए थे। 24 नवंबर की रात मैनपुरी निवासी अमित, फर्रुखाबाद निवासी अजीत और नितिन कार से बरेली की तरफ जा रहे थे। यह रास्ता तीनों गूगल मैप के माध्यम से देखा था। जैसे ही तीनों मुड़ा पुल पर पहुंचे तो अंधेरा होने के चलते उन्हें अधूरा पुल नजर नहीं आया और कार नदी में गिर गई थी। इससे तीनों की मौत हो गई थी।
इस मामले में दातागंज पुलिस ने नायब तहसीलदार की तहरीर पर चार अभियंता और गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने सभी को नोटिस भेजा था, लेकिन जवाब नहीं मिला। अब पुलिस दूसरा नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। उधर विवेचना के दौरान पुलिस को कार की जरूरत पड़ी तो उसे निकालने के प्रयास शुरू कर दिए गए। दस दिन पहले जेसीबी की मदद से कार को निकालने का प्रयास किया था, लेकिन जेसीबी फंस गई थी। इसी के चलते कार नहीं निकल पाई थी। अब सोमवार को पुलिस ने ट्रैक्टर की मदद से कार को नदी से निकाल लिया। कार को थाने में लाकर खड़ा करा दिया गया है।