इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) फीस वृद्धि को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बीते 10 दिन से फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। एक तरफ एबीवीपी के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ संयुक्त संघर्ष समिति के छात्र सड़क पर उतर गए हैं। गुरुवार को एबीवीपी और संयुक्त संघर्ष समिति समेत अन्य छात्रों संगठनों ने बीएचयू सेंट्रल ऑफिस का घेराव किया।
इस दौरान छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच जमकर नोकझोंक व धक्का-मुक्की हुई। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई फैसला न लेने से नाराज छात्रों ने पीस वृद्धि का निर्णय वापस होने तक आंदोलन करते रहने का निर्णय लिया है। फीस वृद्धि के खिलाफ बुधवार शाम एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला था।
मशाल के साथ ही हाथ में बड़े-बड़े बैनर और झंडे लिए छात्रों ने कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारे लगाए। फीस वृद्धि के खिलाफ एबीवीपी छात्र संगठन बीते कई दिने से ही धरने पर बैठा है। इधर, छात्रों ने फीस वृद्धि वापसी का आंदोलन तेज करने के लिए संयुक्त छात्र संघर्ष समिति का गठन किया है। इस समिति के बैनर तले गुरुवार दोपहर 12 बजे छात्रों का हुजूम बीएचयू सेंट्रल ऑफिस की तरफ बढ़ने लगा।पहले से तैनात सुरक्षाकर्मियों और बीएचयू सेंट्रल ऑफिस पर बैरियर लगाकर छात्रों को रोकने के इंतजाम कर रखा थे। छात्रों के हुजूम ने इस बैरियर को पार करने की कोशिश की जिसपर सुरक्षाकर्मियों के साथ उनकी तीखी तकरार हुई। इसके बाद छात्र वहीं धरने पर बैठ गए। छात्रों ने जोरदार नारेबाजी की और बीएचयू प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया।