बागपत में पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए 25 हजार रुपये के इनामी आरोपित विनय उर्फ बिच्छू ने जिला अस्पताल में बेखौफ अंदाज में स्वीकार किया कि उसने अंकुर की हत्या अपने गुरु भाई विपिन उर्फ गोदू की मौत का बदला लेने के लिए की। उसने कहा कि उसे इस घटना पर कोई अफसोस नहीं है, क्योंकि अंकुर लगातार उसे जान से मारने की धमकी दे रहा था। वहीं, मुख्य आरोपित 25 हजारी आनंद और उसके साथी अनमोल अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी गिरफ्तारी में लगी हुई है।
बागपत कोतवाली और SWAT टीम ने सोमवार रात ग्राम सूजरा में दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर के पास मुठभेड़ के दौरान विनय उर्फ बिच्छू को पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया। बाद में उसे जिला अस्पताल लाया गया। विनय ने बताया कि विपिन उसकी गुरु भाई थी, जिसकी हत्या का बदला लेने के लिए उसने अंकुर को मौत के घाट उतारा। विनय की पढ़ाई कक्षा 12 तक हुई है और फिलहाल वह खेती-बाड़ी करता है। वह तीन भाइयों में सबसे छोटा है और उसके पिता की डेढ़ साल पहले मृत्यु हो गई थी।
मामले का संक्षिप्त विवरण
ग्रामीण संतोषपुर के दूधिया विपिन उर्फ गोदू की 7 जुलाई को मावा भट्ठी के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने 12 जुलाई को रामवीर उर्फ भूरा को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया और मामले का खुलासा किया। अंकुर 4 सितंबर को कोर्ट से घर लौट रहे थे, तभी दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर सिसाना में उनकी बाइक पर कार टकराई और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में मोनू नैन ने आनंद, अनमोल और विनय के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।
परिवार के अन्य सदस्य भी गिरफ्तारी में
मुख्य आरोपित आनंद के दादा ताराचंद और फूफा करण को पुलिस ने 7 सितंबर को ग्राम ब्राह्मण पुट्टी के पास दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर से गिरफ्तार किया था।
एसपी बागपत सूरज कुमार राय ने बताया कि 25-25 हजार रुपये के इनामी आनंद और अनमोल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पांच टीमों के साथ काम कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।