बसपा से निष्कासित पूर्व मंत्री रामअचल राजभर व लालजी वर्मा को सपा में शामिल कराने पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने रविवार को यहां जोर देकर कहा कि 2022 में प्रदेश से भाजपा का सफाया होना तय है। यह मामूली चुनाव नहीं बल्कि लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। भारी भीड़ से गदगद अखिलेश ने कहा कि इतना बड़ा समर्थन पूरे यूपी में सपा को पहली बार मिल रहा है। रोज ही अलग-अलग दलों के बड़े नेता, कार्यकर्ता व आम नागरिक सपा से जुड़ रहे हैं। यह समर्थन इस बार यूपी में इतिहास रचेगा। उन्होंने दावा किया कि सपा का गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीतेगा।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे रामअचल राजभर तथा बसपा विधानमंडल दल के नेता रहे लालजी वर्मा के बसपा से निष्कासित होने के बाद उन्हें विधिवत रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा में शामिल कराया। इसके लिए जिला मुख्यालय स्थित भानमती स्मारक महाविद्यालय परिसर में विशाल रैली का आयोजन किया गया। मैदान में खचाखच भरी भीड़ का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि जिधर नजर दौड़ाओ, उधर भीड़ ही भीड़ है। यही जोश और उत्साह तथा सरकार के प्रति गुस्सा प्रदेश में बदलाव का सबब बनने जा रहा है।
अखिलेश ने डॉ. भीमराव अंबेडकर व डॉ. राममनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए कहा कि उनके आदर्शों के अनुरूप प्रदेश में परिवर्तन लाया जाएगा। दोनों के सपनों को साकार करने की दिशा में तेजी से काम होगा। अखिलेश ने कहा कि आज दूसरे दलों से तेजी से लोग सपा में शामिल हो रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार के प्रति लोगों में गुस्सा है। उन्हें सरकार से सिर्फ धोखा व छलावा मिला है। झूठ बोलकर सत्ता में आए लोग अब सफल नहीं होने वाले हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि यूपी को खुशहाली की राह पर दोबारा ले चलना है। यह काम सपा के कार्यकर्ता आम जनता के साथ मिलकर अच्छे ढंग से करेंगे। प्रदेश में बदलाव होना व बीजेपी का सफाया होना तय है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज प्रदेश में व्यापारी, किसान, अध्यापक, नौजवान सभी नाराज हैं।
‘बड़ी-बड़ी होर्डिंग से नौकरी व रोजगार नहीं मिला करते’
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकारों को यह समझ लेना चाहिए कि बड़ी-बड़ी होर्डिंग से नौकरी व रोजगार नहीं मिला करते। दिल्ली में बड़ी होर्डिंग लगाने की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि उसमें लिख देने से किसी को रोजगार व नौकरी नहीं मिल जाती। सभा में मौजूद युवाओं से अखिलेश ने पूछा कि आखिर यहां के कितने युवाओं को नौकरी व रोजगार मिल पाया। रोजगार व नौकरी देने की बजाय सिर्फ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
अखिलेश ने अपने भाषण में किसानों व बुनकरों का प्रमुखता से जिक्र किया। कहा कि किसानों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। किसान परेशान है, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किया यह जा रहा कि गाड़ी चढ़ा दी जा रही है। खाद के दाम बढ़ रहे हैं। हम सरकार में आने पर किसानों की सुध लेंगे।
इससे पहले कार्यक्रम में पहुंचने पर सपा में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री रामअचल राजभर व लालजी वर्मा समेत सपा के तमाम नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न व अंगवस्त्र भेंट किया। सभा में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री बलराम यादव, शंखलाल मांझी, राममूर्ति वर्मा, ललई यादव, दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक सुभाष राय, जिलाध्यक्ष रामशकल यादव, एमएलसी हीरालाल यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष जयशंकर पांडेय आदि मौजूद रहे।
धुएं वाला बुलडोजर चलाते तो बेहतर बनता एक्सप्रेस-वे
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का आगामी दिनों में लोकार्पण होने का जिक्र करते हुए राज्य सरकार की खूब खिंचाई की। बोले कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को बुलडोजर चलाने का बड़ा शौक है। लेकिन उन्हें जो करना चाहिए, उसे वह नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री ने यदि धुएं वाला बुलडोजर सही से चलवाया होता तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का बेहतर निर्माण हो सकता था। वे बिना धुएं वाला बुलडोजर ही अक्सर चलाते रहते हैं। पूर्व सीएम ने कहा कि हमने आगरा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया था। हम ऐसा ही निर्माण समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का भी कराते। हालांकि नाम बदलने के शौकीन मुख्यमंत्री ने अच्छा निर्माण कराने की बजाय सिर्फ सड़क का नाम बदल दिया। बोले कि यदि हम सरकार में होते तो एक्सप्रेस-वे का निर्माण काफी पहले पूरा हो गया होता। देर से निर्माण होने के लिए भी खिंचाई करते हुए कहा कि इसके बाद भी सड़क ऐसी बनी है कि यदि उस पर रफ्तार बढ़ा दी जाए तो कमर व पेट का दर्द हो सकता है। कहा कि आगरा एक्सप्रेस-वे पर तो गिलास का पानी भी नहीं छलकता।
ईस्ट इंडिया कंपनी का जिक्र कर किया हमला
अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर ईस्ट इंडिया कंपनी का जिक्र कर हमला बोला। कहा कि एक बार ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी। उसने देश को बर्बाद करने का काम किया। अब फिर एक-एक कर सरकारी कंपनी को बेचा जा रहा। हालत यह हैं कि देश को ही कंपनी बना दिया जा रहा है। ऐसे में हमारा आपका क्या होगा। यह लोग तो सिर्फ उद्योगपतियों के हाथों खेल रहे हैं। इनसे बचने की जरूरत है। नोटबंदी की याद दिलाते हुए कहा कि उस दौरान कितने वादे किए गए थे। उन वादों का क्या हुआ। देेश की जनता जानना चाहती है कि कितना काला धन वापस आया।
साढ़े चार वर्ष क्यों नहीं याद आए टैबलेट
पूर्व सीएम ने कहा कि हमने युवाओं को लैपटॉप दिया था। हम युवाओं को आगे ले जाने वालों में से हैं। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उसे युवाओं के लिए पूरा नहीं किया। न तो लैपटॉप दिए गए और न ही वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई। अब साढ़े चार वर्ष बाद टैबलेट देने की सुध आई है। चुनाव नजदीक देख युवाओं की बात की जा रही है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि उसे युवाओं की सुध साढ़े चार वर्ष तक क्यों नहीं रही। उन्होंने कहा कि जो सीएम लैपटॉप चलाना नहीं जानता, अब वह नहीं चलेगा। अखिलेश ने चुनौती देने के अंदाज में कहा कि एक दिन हो जाए। लैपटॉप लेकर आ जाओ। उन्होंने कहा कि हम तो लैपटॉप का प्रयोग करते हैं तो बुलडोजर भी चला लेते हैं।
यूपी हारेंगे और घटेगी कीमत
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि डीजल व पेट्रोल के दाम में और भी कमी तब होगी, जब यह लोग यूपी भी हारेंगे। पेट्रोल के दाम सौ रुपये से अधिक होने का जिक्र करते हुए कहा कि इससे तो अब बाइक तक चलना कठिन हो गया है। उन्होंने बिजली व रसोई सिलिंडर के दाम में वृद्धि का भी जिक्र करते हुए कहा कि बातें तो बड़ी-बड़ी की गई थीं। कहा गया था कि चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज से चलेगा। लेकिन हालत यह कर दी गई है कि बाइक तक चलनी कठिन हो गई है। अखिलेश ने कहा कि हमने बिजली के क्षेत्र में बड़ा काम किया था। यह सरकार सिर्फ नाम बदलती है। कहा कि किसी को कोई नाम बदलवाना हो तो मुझसे बताना। मैं बाबा मुख्यमंत्री से कहकर नाम बदलवा दूंगा।
यूपी नहीं बढ़ रहा, बढ़ रही महंगाई
अखिलेश ने कहा कि प्रदेश को विकास की राह पर आगे ले जाना था। यह नहीं हो पा रहा। विकास की बजाय महंगाई तेजी से बढ़ रही है। एंबुलेंस सेवाओं का बुरा हाल है। डायल 100 का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा के लिए हमने बेहतर सेवाएं शुरू की। सरकार ने इसका भी नाम बदल दिया।
प्रदेश में बढ़ा अन्याय
पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में अन्याय व उत्पीड़न तेजी से बढ़ा है। प्रदेश में ठोको नीति चल रही है। कौन किसको ठोक दे कुछ पता नहीं है। व्यंग करते हुए कहा कि इसी के चलते कैदियों ने एक जेलर को ठोक दिया। प्रदेश में कानून व्यवस्था का कोई राज नहीं रह गया है। पुलिस हिरासत में सबसे ज्यादा मौत यूपी में हो रही है। अखिलेश ने कहा कि ठोको नीति इस तरह चल रही है कि अब बीजेपी के सांसद तक कूट दिए जा रहे हैं।