उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर में कहा पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों के साथ मिलकर कुछ लोग लखनऊ में आतंक की बड़ी घटना को अंजाम देना चाहते थे. उनके पास से भारी मात्रा में गोला बारूद, अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए. लेकिन, समय रहते हुए इस षड्यंत्र को बेनकाब किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता को हर हाल में सुरक्षा प्रदान की जाएगी. सीएम योगी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जो भी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास करेगा, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.
यूपी पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने 11 जुलाई को राजधानी लखनऊ में अलकायदा समर्थित अंसार गजवतुल हिंद से जुड़े दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने इन दोनों को काकोरी के दुब्बगा से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. इसके बाद में रात में कानपुर से इनके दो साथियों को उठाया है. आतंकवाद के मामलों में गिरफ्तारी पर यूपी के सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यहां तक कह दिया कि मैं यूपी की पुलिस पर और खासकर बीजेपी की सरकार पर भरोसा नहीं कर सकता. उनके इस बयान के बाद काफी खलबली मची हुई है.
वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने आतंकवादियों की गिरफ्तारी पर कहा कि विधानसभा चुनाव के करीब आने पर इस तरह की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि आतंकवादी होने को लेकर पुलिस का दावा अगर सही है तो उचित कार्रवाई होनी चाहिए. इन सबके बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के षडयंत्र में लगे दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया पर कहा कि भाजपा के लिए देश और लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है. सुरक्षा के मामले पर राजनीति करना ऐसे दलों का चरित्र है. जबकि, देश हित के मामलों को राजनीति से ऊपर रखा जाना चाहिए.