कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने देश शाम प्रेसवार्ता में कहा कि पार्टी के नेता गांधीवादी तरीके से विरोध जता रहे हैं। पुलिस ने बर्बरता की, जिसकी वजह से एक कार्यकर्ता की मौत हुई है। कानपुर निवासी आफताब जाफरी सहित कई घायल हुए हैं। दम तोड़ने वाले प्रभात पांडेय ने अपनी पिटाई के बारे में दो कार्यकर्ता जुनैद विक्रम कुरैशी व एक अन्य को बताया था। पानी पीने के बाद वह कार्यालय आ गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत पुलिस की बर्बरता की वजह से हुई है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री मृतक प्रभात पांडेय के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दें।
परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये की मदद दी जाएगी। उन्होंने मांग की कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हो। कांग्रेस की ओर से भी हुसैनगंज थाने में तहरीर दी गई है।
उधर, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि गुवाहाटी में मृदुल इस्माम और लखनऊ में प्रभात पांडेय की विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई मौत से मन दुखी है। शांतिपूर्व लोकतांत्रिक विरोध को पुलिस ने बर्बरता के जरिए दबाने का प्रयास किया है।
आज होगी शोक सभा
कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत को लेकर बृहस्पितवार को सुबह 11 बजे प्रदेश मुख्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है।
पुलिस को चकमा देकर प्रदेश मुख्यालय में जुटे सैकड़ों कार्यकर्ता

पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच बुधवार सुबह से ही संघर्ष की नौबत बनने लगी। पुलिस ने तीर लगे बैरिकेडिंग लगा दी थी। रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती कर दी गई। तमाम नेताओं को घर में ही कैद कर लिया गया। इसके बाद भी बड़ी संख्या में पार्टी के नेता प्रदेश मुख्यालय में पहुंच गए।
कांग्रेस ने संभल की घटना और बिजली निजीकरण सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव का एलान किया था। इसे लेकर पुलिस ने सभी वरिष्ठ नेताओं को नोटिस जारी किया था। कांग्रेस नेताओं को बुधवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ही रोक लिया गया और वरिष्ठ नेताओं को नजर बंद कर दिया गया। दोपहर करीब 11 बजे कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और वीरेंद्र चौधरी विधानसभा पहुंचे। चौधरी चरण की प्रतिमा के सामने पहुंच कर श्रद्धांजलि दी। वहां गेट संख्या छह से प्रदेश कार्यालय जाने के लिए निकले।
पुलिस ने हिरासत में लिया। दूसरी तरफ पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा के लिए कूच कर गए। पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच नोंक झोंक हुई। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेजा। प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ प्रभारी अविनाश पांडेय, राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम जी, सत्य नारायण पटेल, अजय कुमार लल्लू, बृजलाल खाबरी, दिनेश सिंह, केशव चंद यादव, विश्वविजय सिंह, अनामिका यादव, मनीश हिंदवी, राघवेंद्र सिंह, आलोक प्रसाद, मुकेश सिंह चौहान, ओमवीर यादव, वेद प्रकाश त्रिपाठी, अमित श्रीवास्तव त्यागी, पुनीत पाठक आदि शामिल थे।