सपा और भाजपा के बीच डीएनए विवाद लगातार गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सपा को मर्यादित भाषा के उपयोग की सलाह दी। इसके जवाब में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि नसीहत की शुरुआत खुद से करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी से आदर्श आचरण की उम्मीद करना व्यर्थ है, लेकिन सभ्य समाज उनके अशोभनीय और अभद्र बयानों को बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने सपा नेतृत्व से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर मर्यादित और गरिमापूर्ण भाषा के उपयोग को सुनिश्चित करें।
अखिलेश यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि असरदार ‘प्रवचन’ वही होता है जिसकी शुरुआत खुद से होती है।
डिप्टी सीएम पर निशाना
डीएनए विवाद पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के शायराना अंदाज पर अखिलेश ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा में शायरी करने वाले नेताओं को खुद पर भी गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उर्दू शायरी करके अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के भीतर विरोध जताने वालों को सतर्क रहना चाहिए।
अखिलेश का तंज
अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जो लोग अपनी ही पार्टी में उपेक्षित हैं, उन्हें सार्थक भूमिका निभाने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने डिप्टी सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपनी राजनीतिक पहचान बनाए रखें और भाजपा में समर्पण न दिखाएं।
ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया
डिप्टी सीएम पाठक ने लिखा कि अखिलेश यादव डीएनए वाले बयान से काफी आहत हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीएनए में खराबी का मतलब किसी व्यक्ति से नहीं, बल्कि सपा की जातिवादी और तुष्टिकरण पर आधारित राजनीति से है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा ने हमेशा वोटबैंक की राजनीति को प्राथमिकता दी है।
भाजपा का समर्थन
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा द्वारा डिप्टी सीएम पर की गई अभद्र टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि सपा की मानसिकता निंदनीय है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी कहा कि सपा ने मर्यादा और सामाजिक मूल्यों की सीमाएं पार कर दी हैं।