बिजली निगम ने 168 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, बोले- रात तक काम कराया

बरेली में बिजली निगम के 168 कर्मचारियों की एक फरवरी से संविदा खत्म कर दी गई। 31 जनवरी की रात तक कर्मचारियों ने काम किया। एक शनिवार सुबह जब काम पर पहुंचे तो पता लगा कि उनकी संविदा खत्म कर दी गई है। अब वह नौकरी नहीं कर सकते। इससे गुस्साए सैकड़ों संविदा कर्मचारी दोपहर 12 बजे मुख्य अभियंता के कार्यालय पहुंच गए। 

कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय का घेराव कर लिया। मुख्य अभियंता रणविजय सिंह को उनके कार्यालय में ही बंधक बना दिया। उनको कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया। दोपहर दो बजे मुख्य अभियंता ने भोजन करने के लिए कार्यालय से निकलने का प्रयास किया तो कर्मचारी नारेबाजी करते हुए उग्र हो गए। इसके बाद मुख्य अभियंता फिर से अपने कार्यालय में चले गए। जिन कर्मचारियों की संविदा खत्म की गई है, उनमें शहर के 128 और देहात के 40 कर्मचारी हैं। 

मुख्य अभियंता रणविजय सिंह ने बताया कि विद्युत निगम मुख्यालय से ही संविदा खत्म की गई है। स्थानीय स्तर पर निगम की इसमें कोई भूमिका नहीं है। शाम पांच बजे तक कार्यालय में बैठे रहे मुख्य अभियंता ने बात करने पर बताया कि कर्मचारी उग्र हैं। उनका कोई नेतृत्व नहीं कर रहा। 

कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता रणविजय सिंह को उनके ही कार्यालय में बंधक बना दिया। ऐसे में किसी से बात नहीं की जा सकती। कार्यालय में फंसने के कारण वह दोपहर का भोजन भी नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि जब तक कर्मचारी कार्यालय का घेराव किए हुए हैं जब तक वह भी कार्यालय में ही बैठे रहेंगे। 

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