कानपुर के केशवनगर स्थित इंपायर क्लीनिक से हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद पनकी पावर हाउस के सहायक अभियंता की मौत के बाद अब फर्रुखाबाद के एक इंजीनियर की भी मौत का मामला सामने आया है। पुलिस अब आरोपी डॉक्टर की तलाश में जुटी हुई है, और क्लीनिक से संबंधित बोर्ड और नेम प्लेट गायब हो गई है। इंजीनियर की मां और छोटे भाई ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की अपील की थी, जिसके बाद पुलिस ने रावतपुर थाना को जांच सौंप दी है।
फतेहगढ़ के रहने वाले प्रमोदनी कटियार ने बताया कि उनका बेटा मयंक कटियार (32) पीएसआईटी से बीटेक करने के बाद निजी कंपनी में काम कर रहा था और कानपुर में अपना व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहा था। पिछले साल 18 नवंबर को मयंक ने हेयर ट्रांसप्लांट कराने के लिए केशवपुरम स्थित इंपायर क्लीनिक की डॉ. अनुष्का तिवारी से संपर्क किया। मयंक को सुबह 8 बजे बुलाया गया था, और डॉक्टर ने उसे करीब दोपहर 2 बजे क्लीनिक से छोड़ दिया। ट्रांसप्लांट के बाद, मयंक का छोटा भाई कुशाग्र उसे शाम 5 बजे फतेहगढ़ स्थित घर लेकर वापस आया।
रात के करीब 12 बजे मयंक को सिर में तेज दर्द हुआ। उसने डॉ. अनुष्का से संपर्क किया, तो उन्होंने इंजेक्शन लेने की सलाह दी, लेकिन दर्द में कोई राहत नहीं मिली। फिर डॉक्टर ने पट्टी ढीली करने को कहा, लेकिन मयंक रातभर दर्द में कराहता रहा। अगले दिन, डॉक्टर से फिर से संपर्क किया गया, जिन्होंने जल्द ठीक होने का आश्वासन दिया। इस दौरान मयंक के चेहरे में सूजन आ गई और उसे सीने में भी तेज दर्द हुआ। उसे हृदयरोग विशेषज्ञ के पास ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने दिल से संबंधित कोई समस्या नहीं पाई और डॉ. अनुष्का से मिलाने की सलाह दी। 19 नवंबर को मयंक की मौत हो गई। इसके बाद से परिजनों ने थाने और उच्च अधिकारियों से कई बार संपर्क किया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अंत में, मयंक की मां ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।
क्लीनिक पर ताला और बोर्ड गायब
केशवपुरम स्थित इंपायर क्लीनिक चार मंजिला कॉम्प्लेक्स के भूतल पर स्थित है, जहां पहले बोर्ड पर डेंटल, हेयर और एस्थेटिक्स लिखा था। पनकी निवासी सहायक अभियंता विनीत दुबे की मौत के बाद से क्लीनिक पर ताला लगा हुआ है और बोर्ड हटा लिया गया है। कॉम्प्लेक्स में तैनात सुरक्षा गार्ड ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से डॉक्टर नहीं आ रही हैं और क्लीनिक पर ताला लटका हुआ है। बताया जाता है कि डॉ. अनुष्का के पति भी यहां बैठते थे, जो दंत चिकित्सक हैं।