कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी एक किशोरी से दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना सामने आने के बाद ललितपुर की सियासत में भूचाल आ गया है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने दुष्कर्म के आरोपों से घिरे अपने जिलाध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
बसपा ने तो नए जिलाध्यक्ष की ताजपोशी भी कर दी है। सपा ने जिलाध्यक्ष तिलक यादव से किनारा करते हुए जिले की पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी है। जबकि, बसपा ने दीपक अहिरवार को जिलाध्यक्ष पद से चलता कर उनके स्थान पर ललितपुर जिले में पार्टी की कमान पूर्व जिलाध्यक्ष दयाराम अहिरवार को सौंप दी है।
मिर्जापुर के होटल से किया गिरफ्तार
इस मामले में नामजद आरोपी सपा जिलाध्यक्ष तिलक यादव, बसपा जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार एवं इंजीनियर महेंद्र दुबे को एसओजी टीम ने देर रात जिला मिर्जापुर के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया। तीनों एक ही होटल में ठहरे हुए थे। तीनों को ललितपुर लाकर अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया।
सपा-बसपा के जिलाध्यक्ष आरोपी
कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी एक किशोरी ने समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष तिलक यादव, सपा नगर अध्यक्ष राजेश जोझिया, बसपा जिलाध्यक्ष दीपक अहिरवार, पिता, चाचा एवं ताऊ समेत 25 नामजद एवं तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद राजनीति गरमा गई थी। डीजीपी तक मामले पर नजर रखे हुए थे।
मिर्जापुर के एक होटल से दबोचा
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी, सर्विलांस एवं कोतवाली पुलिस की कई टीमें लगाई गईं। शासन और उच्च पुलिस अधिकारियों की मॉनीटरिंग होने के चलते पुलिस की टीमों ने गिरफ्तारी के प्रयास तेज किए। इस दौरान गुरुवार को सपा और बसपा जिलाध्यक्ष की लोकेशन जिला मिर्जापुर में पाई गई। जानकारी होने पर एसओजी प्रभारी अंजनी कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने मिर्जापुर पहुंचकर एक होटल में दबिश देकर सपा जिलाध्यक्ष, बसपा जिलाध्यक्ष एवं तीसरे आरोपी महेंद्र दुबे को गिरफ्तार कर लिया।